अक्टूबर 2017 से अक्टूबर 2018 में 23 हजार लीटर प्रतिमाह का बढ़ गया आवंटन
सागर•Oct 13, 2018 / 10:58 am•
sunil lakhera
Ujjwala distributed gas connections but increased kerosene allocatio
सागर. उज्जवला योजना के तहत जिले भर में चिन्हित किए गए परिवारों में से अब तक १.३८ लाख उपभोक्ताओं को गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी खाद्य विभाग के आंकड़ों में केरोसिन वितरण का प्रतिशत कम होते नहीं दिख रहा है। जबकि नियमानुसार देखें तो एेसे किसी परिवार को केरोसिन देने का प्रावधान नहीं है जिनके घर में गैस कनेक्शन है। इसके बाद भी केरोसिन उठाव के एक साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो मात्रा घटने की जगह बढ़ रही है। एेसी स्थिति में यह कहना गलत नहीं होगा कि या तो खाद्य विभाग के अधिकारी डाटा अपडेट नहीं कर रहे हैं या फिर हितग्राहियों के नाम से केरोसिन की कालाबाजारी की जा रही है।
– एक साल में 23 हजार लीटर बढ़ा आवंटनखाद्य विभाग के अनुसार अक्टूबर 2017 में जिले की कुल 898 राशन दुकानों पर 888 केएल यानी ८ लाख ८० हजार लीटर केरोसिन का आवंटन किया गया था, जबकि अक्टूबर 2018 में एक साल बाद यह आवंटन घटने की जगह २३ हजार लीटर बढ़कर ९ लाख ३० हजार लीटर पर जा पहुंचा है। जबकि बीते एक साल में खाद्य विभाग जिले के १.३८ लाख उपभोक्ताओं को उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन दे चुका है, जबकि करीब ४२ हजार उपभोक्ताओं को गैस कनेक्शन देने की प्रक्रिया चल रही है।
४.९ लाख परिवार जिले में- खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले की कुल ८९८ राशन दुकानों पर ४ लाख ९ हजार ४१९ परिवार हैं। इनमें गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले और अतिगरीबी वाले परिवार हैं। इसमें से अतिगरीबी वाले राशनकार्डधारियों को ४ लीटर और बीपीएल कार्डधारी को २ लीटर केरोसिन प्रतिमाह देने का प्रावधान है। यदि इस हिसाब से देखें तो बीते एक साल में सवा लाख से ज्यादा हितग्राहियों को गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं, लेकिन केरोसिन का आवंटन घटने की जगह बढ़ता जा रहा है।
अंत्योदय परिवारों को छोड़कर जिन्हें गैसे कनेक्शन दिया जा चुका है, उनके लिए दो लीटर केरोसिन दिया जा रहा है। इसके अलावा कुछ परिवारों की संख्या भी बढ़ी है। केरोसिन का आंवटन कम हुआ है।
तुलेश्वर कुर्रे,
सहायक आपूर्ति नियंत्रक