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उज्जवला योजना का खुलेआम हो रहा दुरुपयोग, होटलों पर नजर आ रहे घरेलू सिलेंडर

होटल संचालक हितग्राहियों के नाम पर भरवा रहे हैं सिलेंडर, ले रहे सब्सिडी का लाभ, होटलों के अनुसार व्यावसायिक सिलेंडरों की बिक्री है कम

सागरJun 06, 2024 / 11:57 am

sachendra tiwari

Ujjwala scheme is being misused openly

फाइल फोटो

बीना. आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के लिए शुरू की गई उज्जवला योजना का खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है। होटल संचालक महिला हितग्राहियों के नाम से सिलेंडर की बुकिंग कराकर उसका व्यावसायिक उपयोग कर रहे हैं। खुलेआम योजना का दुरुपयोग करने वालों पर प्रशासन कार्रवाई नहीं कर रहा है।
दरअसल उज्जवला योजना के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों की संख्या में महिलाओं को मुफ्त कनेक्शन दिए गए हैं। इनमें 60 प्रतिशत से अधिक महिलाओं ने मुफ्त सिलेंडर ले जाने के बाद दोबारा रिफिलिंग नहीं कराई है। इसके अलावा कुछ लोगों ने अपना सिलेंडर और किताब दूसरों को दे रखी है। इनमें कैटरिंग का काम करने वाले, होटल संचालक शामिल हैं। यह व्यावसायिक सिलेंडर लेने के बजाए योजना के सिलेंडर भरवाकर होटलों में उपयोग कर रहे हैं। इसी तरह शादी विवाह में खाना बनाने वाले भी उज्जवला योजना के कनेक्शन पर सिलेंडर भरवाकर खाना बना रहे हैं। इन लोगों के खिलाफ न तो गैस कंपनियों के अधिकारी कार्रवाई करते हैं और न प्रशासन ध्यान दे रहा है। एजेंसी संचालक ने बताया कि वह गैस कंपनी, खाद्य विभाग से लेकर कलेक्टर से शिकायत कर चुके हैं फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि अवैध रूप से घरेलू सिलेंडरों का उपयोग करने वालों पर कार्रवाई न होने से पता चलता है कि शासन की योजनाओं का दुरुपयोग रोकने को लेकर प्रशासन कितना सख्त है।
कई स्थानों पर रिफिलिंग प्वाइंट

होटलों में उज्जवला योजना के सिलेंडरों का दुरुपयोग तो हो ही रहा है साथ ही कई लोगों ने अवैध रिफिलिंग सेंटर भी बनाकर रखे हैं। यह लोग दूसरे लोगों के नाम पर घरेलू सिलेंडर खरीदकर ले जाते हैं और पांच-पांच किलो के छोटे सिलेंडर भरकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। ऐसा करके यह शासन की योजना का दुरुपयोग तो कर ही रहे हैं साथ ही अवैध रिफिलिंग करने से बड़ी दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है।
इसलिए लेते हैं घरेलू सिलेंडर

घरेलू गैस पर शासन सब्सिडी देता है। 14.2 किलो वजन का घरेलू सिलेंडर 830 रुपए का और पांच किलो का घरेलू सिलेंडर 312 रुपए में भरता है। जबकि 19 किलो का व्यवसायिक सिलेंडर 1739 रुपए और पांच किलो का सिलेंडर 524 रुपए में भरा जाता है। व्यवसायिक सिलेंडर महंगा होने के कारण लोग घरेलू सिलेंडर का व्यावसायिक उपयोग कर रहे हैं।
जल्द करेंगे कार्रवाई

जानकारी में यह मामला नहीं आया है और न ही गैस एजेसी वालों ने कभी बताया है। अगर ऐसा है तो हम जल्द टीम बनाकर छापामार कार्रवाई करेंगे।

प्रशांत राजपूत, कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी, बीना

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