मजदूरों के बच्चों की फीस माफ, प्राचार्य लौटाएंगे
सागर•Aug 06, 2018 / 09:52 am•
sunil lakhera
Unemployed workers waive fees for children
सागर. माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा केवल पंजीकृत असंगिठत श्रमिकों के बच्चों की परीक्षा और नामांकन फीस नहीं ली जाएगी। इन बच्चों की पूरी फीस माफ होगी। लगातार विरोध के बाद मंडल ने बुधवार को यह आदेश जारी किया है। इससे जिले के 30 फीसदी विद्यार्थियों को फायदा होगा, लेकिन परेशानी यह है कि विद्यार्थी फीस जमा कर चुके हैं। अब स्कूल में विद्यार्थियों द्वारा असंगठित मजदूर का कार्ड लाने पर ही फीस लौटाई जाएगी। इन बच्चों की सूची तैयार करने की जिम्मेदारी प्राचार्यों की होगी।
गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल ने वर्ष 2018-19 के लिए बोर्ड परीक्षाओं के शुल्क में बढ़़ोतरी कर दी थी। लेट परीक्षा शुल्क जमा करने पर भी दो हजार से पांच हजार रुपए तक की पेनाल्टी का प्रावधान किया था। नए सत्र से फीस वृद्धि को लेकर प्रदेशभर में विरोध किया जा रहा था। मजदूरों के बच्चों की फीस माफ, प्राचार्य लौटाएंगे ।
अब मंडल के नए आदेशानुसार शासकीय स्कूलों में अध्यनरत पंजीकृत असंगठित मजदूरों के बच्चों से फीस नहीं ली जाएगी। सामान्य एवं ओबीसी छात्रों की फीस स्कूल शिक्षा विभाग और एससी-एसटी छात्रों का शुल्क जनजातीय एवं अनुसूचित विभाग द्वारा मप्र बोर्ड को दिया जाएगा। अन्य सभी विद्यार्थियों के लिए फीस जस की तस ही रहेगी। नए सत्र से फीस वृद्धि को लेकर प्रदेशभर में विरोध किया जा रहा था।
350 तक बढ़ाया परीक्षा शुल्क
बोर्ड कक्षाओं के लिए भरे जाने वाले परीक्षा शुल्क में मंडल द्वारा 350 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। पिछले साल जहां दसवीं एवं बारहवीं कक्षाओं के लिए परीक्षा शुल्क 550 रुपए प्रति विद्यार्थी हुआ करता था, वहीं इस साल मंडल ने इसे बढ़ाकर 900 रुपए कर दिया है। इसी तरह नामांकन शुल्क में भी 75 रुपए की वृद्धि की गई है। पहले नामांकन शुल्क के लिए 175 रुपए एवं 25 रुपए कियोस्क चार्ज अतिरिक्त देना होता था। अब 250 नामांकन शुल्क सहित 25 रुपए कियोस्क चार्ज भी विद्यार्थियों को देना पड़ रहा था।