प्रशासन भी औपचारिकता कर कभी कभार करता है कार्रवाई
सागर•Jul 03, 2020 / 08:43 pm•
anuj hazari
Unlock-2 face masks disappear, threat not averted but carelessness persists
बीना. लॉकडाउन खत्म होने के बाद अनलॉक-2 में लोगों की सुविधा के लिए छूट क्या दी गई लोगों के मन से कोरोना डर ही चला गया है। शहर में आलम यह है कि जहां देखो वहां पर अधिकांश लोगों के मुंह पर मास्क नहीं रहता है। वहीं दूसरी ओर शहर में लगातार कोरोना के मरीज मिलने के कारण संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है, लेकिन लोग बेफ्रिक होकर सड़कों पर घूम रहे हंै। दो पहिया वाहन चालक हो या फिर पैदल जाने वाले लोग मास्क या गमछा उनके मुंह पर नहीं रहता है। यदि यही हाल रहा तो शहर में कोरोना विस्फोट होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। सरकार ने मास्क न लगाने वालों पर लगातार जुर्माने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए है, लेकिन यहां पर केवल खानापूर्ति करके सप्ताह में एक दो दिन कार्रवाई करके वाहवाही लूट ली जाती है। कार्रवाई करने के लिए जिन लोगों को यह जिम्मेदारी दी गई है वह अन्य कामों में व्यस्थ होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हंै, जबकि वर्तमान में अन्य कामों से ज्यादा जरूरी यह है कि सड़क पर कोई भी व्यक्ति मास्क लगाए हुए न मिले तो तुरंत उस पर जुर्माना लगाया जाए। जब तक लगातार कार्रवाई नहीं की जाएगी लोग भी इसका पालन करने की आदत नहीं डालेंगे।
दुकानदार बिना मास्क लगाए बेच रहे सामान
शहर के दुकानदार भी इसमें सहयोग नहीं दे रहे है। दुकानों पर सामान लेने के लिए आने वाले लोगों के लिए बिना मास्क के आसानी से सामान दे दिया जाता है। यदि उन्हें सामान न दिया जाए तो लोग भी इसे अमल में लाएंगे, लेकिन दुकानदारी चलाने के चक्कर में वह भी संक्रमण के खतरा को भूल गए हैं।