कई लोग जिनके घर पर पानी नहीं पहुंचा है ने बताया कि नलों का कोई समय नहीं है कई बार तो हफ्ते भर बाद नल आते हैं ऐसे में टैंकर को खरीदना पड़ता है। टैंकर भी नपा का नहीं पहुंचता तो ज्यादा पैसे देकर व्यवस्था करना पड़ती है। इस बात को लेकर लोगों में काफी
नाराजगी है। लोगों ने बताया कि जल स्रोत सूख गए हैं इसे बचाने के लिए कोई पहल न करने का नजीता जल संकट है।
निशांत श्रीवास्तव, सीएमओ आचार संहिता लगे होने के कारण मैं कुछ नहीं कर सकता हूं जो भी करेगा चुनाव आयोग ही करेगा मैं नगर पंचायत सीएमओ से
बात करता हूं।
तरवर सिंह, विधायक