सागरPublished: Jul 11, 2018 04:45:26 pm
गुलशन पटेल
मर्यादाओं को तिलांजलि देने वाले अपराधों से परेशान और आहत समाज के लिए मंगलवार को सदर में होने वाला यह पुण्य विवाद सुखदायी था।
Went poor daughter’s wedding
सागर. अभाव में पली-बढ़ी बिटिया को यह अंदाजा भी नहीं था कि उसका विवाह इतने धूमधाम से होगा कि सब हैरान रह जाएंगे। मर्यादाओं को तिलांजलि देने वाले अपराधों से परेशान और आहत समाज के लिए मंगलवार को सदर में होने वाला यह पुण्य विवाद सुखदायी था। सदर के उत्कटा मंदिर में लोगों ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए एक बिटिया को धूमधाम से दाम्पत्य जीवन में प्रवेश कराया।
सदर निवासी रामप्रसाद रैकवार मकानों की पुताई का काम करता है। छह बेटी और एक बेटे का पालन-पोषण करते हुए वृद्धावस्था की ओर बढ़ चले रामप्रसाद की बेटी अंजली का रिश्ता कर्रापुर के कोमल रैकवार के साथ तय हो गया था। शादी की तारीख भी निकल आई, लेकिन शादी-बारात का खर्च उठाने की क्षमता न होने से रामप्रसाद असमंजस में था।
रामप्रसाद की पत्नी पार्वती उत्कटा मंदिर के पुजारी मिश्रा परिवार के घर काम-काज करने जाती थी। उसने सदर मंडल भाजपा अध्यक्ष श्यामसुंदर मिश्रा की पत्नी स्वर्णलता के सामने बेटी के विवाह की चिंता जताई। उन्होंने पति को इस बारे में बताया। इस पर मिश्रा ने पूरे आयोजन की रूपरेखा तैयार की। इन्होंने किया सहयोग: बारात के स्वागत, टेंट, खान-पान और उपहारों के लिए उनके दोस्त एवं उद्योगपति मनोज डेंगरे, पूर्व पार्षद राजकमल केशरवानी व उनकी पत्नी रेखा केशरवानी, लायंस क्लब स्मार्ट अध्यक्ष सुनील सागर अपनी पत्नी अंशू सागर, कांग्रेस प्रवक्ता आशीष ज्योतिषी व उनकी पत्नी दमयंती ज्योतिषी के अलावा स्कूल संचालक संजीव राठौर और उमेश कुमार दुबे तैयार हो गए।
हर रस्म में आगे रहे
जब सारी जिम्मेदारी को सामाजिक कर्तव्य समझकर लोगों ने उठा लिया तो रामप्रसाद और पार्वती की आंखें नम हो गईं। तय तारीख पर कर्रापुर से बारात सदर पहुंची, जहां समाज के प्रमुख लोगों ने आत्मीय स्वागत किया। बारात लगी और जब दूल्हा द्वार पर पहुंचा तब इन्हीं परिवार के पुरुष व महिलाओं ने आगे बढ़कर द्वारचार की रस्म पूरी कराई। वरमाला और पाणिग्रहण में भी अंजली के माता-पिता और रिश्तेदारों से आगे समाज के यही जिम्मेदार दौड़-भाग करते दिखे और आखिर में अंजली को नए जीवन में प्रवेश के लिए उसे पति कोमल के साथ भरे गले और खुशियों से छलकती आंखों से विदाई दी।