सागरPublished: Oct 17, 2019 08:22:00 pm
sachendra tiwari
मसूर, चना का घट जाएगा रकबा
Wheat acreage will increase due to good rains, farmers will sow high-yielding varieties
बीना. इस वर्ष अच्छी बारिश के बाद अब रबी सीजन में किसानों का रुझान गेहूं की फसल की ओर ज्यादा है। क्योंकि इस वर्ष पानी की कमी नहीं रहेगी और गेहूं का उत्पादन भी अच्छा होगा। कृषि विभाग के अधिकारी भी गेहूं का रकबा बढऩे की बात कह रहे हैं। रबी सीजन में बोवनी का लक्ष्य 54 हजार हेक्टेयर है। जिसमें इस वर्ष 35 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी का लक्ष्य रखा गया है जो पिछले वर्ष करीब 25 हजार हेक्टेयर था। इस वर्ष बारिश अच्छी होने से जलस्तर भी अच्छा रहेगा और गेहूं की फसल के लिए मौसम भी अनुकूल है, जिससे किसान अब अधिक से अधिक गेहूं की बोवनी करेंगे। क्षेत्र में गेहूं की ज्यादा उत्पादन वाली किस्म 322 और 1544 की बोवनी किसान करेंगे। साथ ही सरबती गेहूं की बोवनी भी किसान करेंगे। सरबती गेहूं के दाम बाजार में अच्छे मिलते हैं।
तुषार और रोग नहीं लगता गेहूं में
इस वर्ष तेज ठंड पडऩे की भी संभावना है, जिससे चना, मसूर, बटरी की फसल में तुषार लगने से नुकसान होगा, लेकिन गेहूं की फसल में तुषार नहीं लगता है और कीटों का भी प्रकोप नहीं होता है। इसलिए भी किसान गेहूं की फसल की बोवनी ज्यादा करेंगे।
इन फसलों का घट जाएगा रकबा
हर वर्ष चना, मसूर का रकबा घटता जा रहा है। क्योंकि इन फसलों में इल्ली, उगरा सहित अन्य कीटों के प्रभाव के कारण किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है और महंगी दवाओं का छिड़काव कई बार करना पड़ता है, जिससे किसानों की लागत भी नहीं निकल पाती है और किसानों का रुझान इन फसलों से कमता जा रहा है।
बढ़ा है गेहूं का लक्ष्य
अच्छी बारिश होने के कारण इस वर्ष गेहूं का लक्ष्य बढ़ गया है। क्षेत्र में करीब 35 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बोवनी हो सकती है। किसानों को अच्छे उत्पादन वाले बीज की बोवनी करने की सलाह दी जा रही है।
राजेश शर्मा, आरएइओ, बीना