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सहारनपुर

तीन तलाक अध्यादेश काे मंजूरी मिलने के बाद तीन तलाक पीड़िता आतिया साबरी ने कही ये बात, देंखे वीडियाे

एक साथ तीन तलाक अध्यादेश काे मंजूरी मिलने पर तीन तलाक पीड़िता आतिया साबरी ने खुशी जाहिर की है

सहारनपुरSep 19, 2018 / 06:49 pm

shivmani tyagi

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atiya sabri

सहारनपुर।

”मैं इस फैसले से खुश हूं, सरकार ने जाे फैसला लिया वह बेहद सही लिया है। इस फैसले से मुस्लिम महिलाआें काे समाज में जीने का एक नया अधिकार मिलेगा” मैं तलाक पीड़िता हूं, मैं अपनी लड़ाई लड़ रही हूं। मेरी लड़ाई ताे अभी जारी हैं लेकिन जाे मैने झेला हैं मेरी बहनाें काे ना सहना पड़े। इस साेच काे यह बिल मजबूती देगी। तलाक पीड़िता का जीवन बेहद कष्टदायक हाेता है। वह अपने मायके में रहे, भाई के पास रहे, या कहीं भी रहे, रिश्तेदार आैर अन्य लाेगाें के तानें भी उनकाें सुनने पड़ते हैं। एेसे में सबसे अधिक बुरा असर बच्चाें के भविष्य आैर इस दंश के खिलाफ लड़ाई लड़ने की ताकत पर पड़ता है।
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यह कहना हैं सहारनपुर की रहने वाली तीन तलाक पीड़िता आतिया साबरी का। आतिया साबरी काे उनके पति ने एक चिट्ठी लिखकर एक साथ तीन तलाक दे दिया था। इस तलाक के विराेध में आतिया साबरी ने सुप्रीम काेर्ट की चाैखट पर दस्तक दी थी। आतिया अपनी लड़ाई ताे लड़ ही रही हैं साथ ही उन्हाेंने तीन तलाक के खिलाफ सरकार के बिल का भी समर्थन किया था। अब इस बिल काे मंजूरी मिलने के बाद आतिया कहती हैं सरकार ने यह बेहद मजबूत कदम उठाया है। इससे मुस्लिम महिलाआें काे मजबूती मिलेगी उन्हे सम्मान से जीने का अधिकार मिलेगा आैर एक साथ तीन तलाक की पीड़ा उन्हे नहीं सहनी पड़ेगी।
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अपने भाई के घर रहती है आतिया साबरी

आतिया साबरी अपने भाई के साथ रहती है। आतिया कहती हैं वह मायके में रहकर अपनी दाेनाें बेटियाें काे पढ़ा रही है। यहां यह भी बताना जरूरी है कि आतिया काे उनके पति ने सिर्फ इसलिए तलाक दे दिया था क्याेकि आतिया ने दाे बेटियाें काे जन्म दिया था जबकि आतिया के पिता काे बेटाें की चाह थी। आतिया की लड़ाई ताे अभी जारी है लेकिन इस बिल के पास हाेने पर वह उन्हाेंने खुशी जाहिर की है आैर कहा है कि यह भी उनकी लड़ाई की जीत ही है।
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