scriptवाह रे म्हारा अम्बाजी रोड | Ambaji Road Damaged | Patrika News
सिरोही

वाह रे म्हारा अम्बाजी रोड

कहने को शहर के बीचों-बीच से होकर गुजरता मुख्यमार्ग हाईवे है, पर इसकी हालत अत्यंत खस्ता है। चूंकि पड़ोसी राज्य गुजरात में मंदिरों की नगरी अम्बाजी जाने के लिए यही प्रमुख मार्ग होने से अम्बाजी चौराहा से लेकर मेन बाजार के नुक्कड तक इस रोड को अम्बाजी रोड के नाम से जाना जाता है।

सिरोहीJul 06, 2017 / 11:23 am

Amar Singh Rao

कहने को शहर के बीचों-बीच से होकर गुजरता मुख्यमार्ग हाईवे है, पर इसकी हालत अत्यंत खस्ता है। चूंकि पड़ोसी राज्य गुजरात में मंदिरों की नगरी अम्बाजी जाने के लिए यही प्रमुख मार्ग होने से अम्बाजी चौराहा से लेकर मेन बाजार के नुक्कड तक इस रोड को अम्बाजी रोड के नाम से जाना जाता है। गुजरात से आने वाले व गुजरात की ओर जाने वाले सभी यात्री वाहन इसी रोड से होकर गुजरते है। इस रोड पर से गुजरते वाहनों की तादाद को देखते हुए इसे सुदृढ़ बनाने की सख्त जरूरत होने के बावजूद न तो सार्वजनिक निर्माण विभाग और न ही पालिका प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है। वैसे यह रोड सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीन है, पर हाल ही में विभाग ने इसे पालिका को हस्तान्तरित किया था, ताकि इसकी सूरत और सीरत बदली जा सके, पर पालिका ने भी इसे सुदृढ़ बनाने, गड्ढे भरने व डामर बिछाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया। खामियाजा वाहन चालकों व राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। वाहन हिचकोले खाते चलते है और राहगीरों के लिए फुटपाथ नहीं होने से रोड पर चलते समय खड्डों में पांव पडऩे पर गिरने का खतरा बना रहता है।
सैलानियों के मन-मस्तिष्क पर गलत छाप
चूंकि, गुजरात की ओर से आकर माउंट आबू जाने वाले सैलानी इसी रास्ते से आते-जाते हैं। जब वे शहर में प्रवेश करते है तब खस्ता हाल रोड के कारण काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वाहन हिचकोले खाते है तब स्थानीय प्रशासन को कोसना लाजिमी है। इस खस्ता हाल रोड के कारण अपने मन-मस्तिष्क पर भी शहर के बारे में अच्छी छाप लेकर नहीं जाते। साथ ही शहर वासी तो रोजाना परेशान होते ही है। गुजरात व इंडस्ट्रीयल एरिया जाने का यही मुख्य मार्ग होने से रोजाना सैकड़ों की तादाद में इस रोड से वाहन गुजरते है।
पालिका प्रशासन का भी कोई जवाब नहीं
पहले पालिका प्रशासन यह कहकर रोड की मरम्मत व सुदृढ़ीकरण की बात टाल देता था कि रोड सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीन होने से वह कुछ नहीं कर सकता। फिर विभाग से सड़क मरम्मत की रजामंदी मांगी तो विभाग ने बगैर किसी हिचकिचाहट के रोड इस शर्त पर पालिका को हस्तान्तरित कर दिया कि रोड का स्वामित्व तो विभाग का रहेगा, पर पालिका प्रशासन इसकी मरम्मत व सुदृढ़ीकरण का कार्य करवा सके। रोड हस्तान्तरित किए करीब दो माह का समय बीत चुका है, पर पालिका की ओर से इसकी मरम्मत के बारे में कोई कार्रवाई नहीं की।
इन्होंने बताया …
हमने तो यह रोड पालिका को मरम्मत कार्य के लिए डेढ़-दो माह पहले ही हस्तान्तरित कर दिया है। अब रोड की मरम्मत व सुदृढ़ीकरण का कार्य पालिका प्रशासन को करवाना है। हालांकि रोड का स्वामित्व पीडब्ल्यूडी का ही रहेगा।
– रमेशचन्द्र बराड़ा, एईएन, पीडब्ल्यूडी, आबूरोड।
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