crime against women in uttar pradesh से जुड़ो इन सवालाें के जवाब में कुछ छात्राओं ने तो मना कर दिया और कह दिया कि वह अकेली घर से आती हैं और उन्हे किसी भी तरह की काेई परेशानी नहीं हाेती लेकिन कुछ छात्राओं ने हिम्मत दिखाते हुए बताया कि रास्ते में लड़के खड़े रहते हैं। उनके साथ रास्ता रोकने जैसी और फब्तियां कसने जैसी घटनाएं होती हैं, जिनका उन्हें सामना करना पड़ता है। हमने उनसे पूछा कि सरकार की ओर से या दावा किया जा रहा है कि एंटी रोमियो (Anti Romeo) स्क्वायड एक्टिव है और स्कूल व कॉलेज (college) खासकर लड़कियाें के स्कूल (school) के खुलने और छुट्टी हाेने के समय स्कूल के आसपास एंटी रोमियो स्क्वायड टीम सतर्क रहती है लेकिन इस बारे में छात्राओं ने साफ कह दिया कि उन्हें ऐसी कोई टीम कहीं नहीं दिखाई देती। छात्राएं बाेली कि जब वह स्कूल आती हैं तब भी उन्हें कहीं पुलिस नजर नहीं आती और जब वह स्कूल से घर जाती हैं तभी उन्हें कहीं कोई पुलिस नहीं दिखाई देती।