”इस बच्चे ने कॉल करके साफ कह दिया कि, पुलिस अंकल पापा अपने दाेस्ताें के साथ जुआ खेल रहे हैं। बहुत रात हाे चुकी है अभी तक घर नहीं आएं हैं। किसी ने भी खाना नहीं खाया है आैर मम्मी बहुत परेशान हैं। आप प्लीज पापा काे घर ले आआे”
यह घटना आपके लिए ताे नई है ही, पुलिस के लिए भी यह अनाेखी कॉल थी। कुछ मिनट के लिए ताे लखनऊ कंट्राेल रूम में बैठी पुलिसकर्मी का यह समझ ही नहीं आया कि इस कॉल का क्या रेस्पांस दिया जाए लेकिन अगले ही पल अपनी ड्यूटी के मुताबिक लखनऊ बैठी महिला पुलिसकर्मी ने इस कॉल काे सहारनपुर रेफर कर दिया। सहारनपुर में काेतवाली सदर बाजार क्षेत्र की पीआरवी वैन काे जब इस इवेंट के बारे में बताया गया ताे पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। यहां यह भी समझ लीजिए कि जब यूपी 100 टीम काे किसी शिकायत पर भेजा जाता है ताे पुलिस की भाषा में इसे इवेंट कहते हैं। यह इवेंट बिल्कुल अलग था। पुलिसकर्मी इस इवेंट पर चल दिए आैर उन्हाेंने फिर बच्चे काे कॉल बैक करके पूरे मामले की जानकारी ली। पुलिस जब बच्चे के बताए स्थान पर पहुंची ताे वहां कई लाेग बैठे हुए ताश खेल रहे थे। पुलिस ने इस व्यक्ति काे पकड़ा आैर नसीहत करते हुए उसे घर छाेड़कर आई। इस तरह इस इवेंट काे पूरा किया गयाा आैर इवेंट के पूरे हाेने के बाद परिवार के सदस्याें ने पुलिस काे थैक्यू भी कहा। हमने आपकाे यह घटना इसलिए बताई है ताकि आप जान सके कि पुलिस के पास-पास किस-किस तरह की कॉल पहुुंचती है।
यह भी पढ़ेंः
Worldstrokeday पैरालाइसिस अटैक (लकवा) आने पर गाेल्डन पीरियड हाेते हैं पहले 3 घंटे, जानिए उपचार अधिकांश मामले घरेलू हिंसा के पुलिस क्षेत्राधिकारी मुकेश मिश्रा के मुताबिक सहारनपुर में यूपी 100 काे पहुंचने वाली शिकायताें में सबसे अधिक शिकायतें घरेंलू हिंसा से जुड़ी हुई हाेती हैं। इस तरह के इवेंट पर पुलिस के पहुंच जाने के बाद शिकायतकर्ता ही बाद में किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई से इंकार कर देता है।