मुफ्ती असद कासमी ने कहा की जिस तरीके से फारुख अब्दुल्ला का बयान आया है कि चीन की मदद से 370 धारा की बहाली हो जाएगी तो उनके इस बयान से हम सहमत नहीं हैं। चीन कोई मायने नहीं रखता हमारे देश के अंदर दखलअंदाजी करने का, अगर फारूक अब्दुल्ला को एतराज है तो वह सुप्रीम कोर्ट में अपील डालें। केंद्र सरकार से इस चीज की मांग करें तो समझ में आता है लेकिन दूसरे देश का सहारा लिया जाए या दूसरा देश उसे हटवाएं। यह बात हमारी समझ से बाहर है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘मैं उनकी बात से बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं जो इस तरीके का बयान है वह सुप्रीम कोर्ट में अपील करें।