मास्क नहीं लगाने वालों से UP Police ने एक दिन में वसूले इतने लाख रुपये
ऐसे में जरूरी है कि, हम सभी को इस घातक बीमारी से सचेत हाे जाना चाहिए। हार्ट अटैक आने पर प्रथमिक उपचार बेहद महत्वपूर्ण होता है लेकिन एक्सपर्ट के अनुसार जब अटैक ( heart attack ) पड़ता है ताे आदमी को साेचने के लिए बेहद कम समय मिलता है। अगर अटैक आने पर जल्द से जल्द उपचार ना मिले ताे जान जाने का खतरा बढ़ जाता है।Aadhaar Card को इस तरह मिनटों में करें अपडेट, बदल गया है पुराना नियम!
भारत में इस बीमारी का इलाज भले ही अभी भी महंगा हाे लेकिन आपको यह जानकर हैरानी हाेगी कि हार्ट अटैक ( heart attack ) आने पर फर्स्ट एड यानी प्राथमिक उपचार महज एक रुपये की एक गाेली हाेती है। यानी अटैक आने पर महज एक रुपये कीमत की गोली आपकी जान बचा सकती है। इस गोली को आपको हमेशा अपने पास रखना चाहिए। ऐसा करके आप अपनी जान का रिस्क तो कम ही कर लेंगे बल्कि आपके आसपास भी किसी को अटैक आता है तो यह गोली तुरंत उसकी जीभ के नीचे रखकर आप दूसरों की जान भी बचा सकते हैं।हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर संजीव मिलगनी के मुताबिक आपने ”डिस्प्रीन” टेबलेट का नाम ताे सुना ही हाेगा यही वह गाेली है जाे अटैक आने पर आपकी जान बचा लेगी। लगभग सभी मेडिकल स्टाेर पर यह गाेली यानी टेबलेट आसानी से आपको मिल जाएगी। अटैक आने पर तुंरत आधी डिस्प्रीन को मुंंह में चबा लेना चाहिए। यह गाेली आपकाे आसानी से गांव देहात में भी मिल जाएगी। दूसरी गोली यानी टेबलेट का नाम सॉरबीट्रेट है। हार्ट अटैक आने पर आधी डिस्प्रीन चबाने के बाद पांच एमजी की सोर्बिट्रेट की गोली को जीभ के नीचे रख लेना चाहिए ऐसा करने से मरीज काे तुरंत आराम मिलता है और हॉस्पिटल तक जाने का समय मिल जाता है।