जानिए क्या है मामला
दरअसल आयुर्वेद के चिकित्सकों को अब सर्जरी करने और एलोपैथिक दवाओं का उपयोग करने के अधिकार दे दिए गए हैं। एलोपैथिक डॉक्टर अब इसी का विरोध कर रहे हैं। इन डॉक्टरों का कहना है कि इससे हालात खराब हो जाएंगे खिचड़ी पक जाएगी। आयुर्वेद के डॉक्टरों को केवल आयुर्वेद के चिकित्सा करने का ही अधिकार होना चाहिए। अगर उन्हें सर्जरी का अधिकार दिया जाएगा तो यह ठीक नहीं होगा।
सीधे तौर पर कहा जाए तो अब चिकित्सकों को अपना कारोबार कम होता हुआ दिखाई दे रहा है और इसी के चलते वह विरोध कर रहे हैं। उन्होंने नए कानून को वापस लिए जाने की मांग की है। इसी के विरोध में अब वह 11 दिसंबर को हड़ताल करेंगे। इससे पहले 8 दिसंबर को आधे दिन की हड़ताल डॉक्टर करेंगे। सहारनपुर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर मनदीप सिंह ने डॉक्टरों की हड़ताल की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि यह नियम गलत है और इस नई व्यवस्था के विरोध में डॉक्टर आवाज उठाएंगे।