केरल बाढ़: नोएडा में ऑफिस के लिए 150 करोड़ का प्लाट खरीदने वाले PAYTM के मालिक ने दान किए महज इतने रुपये
अक्सर करती रहती हैं मदद
शहर के बीचोंबीच हकीकत नगर कॉलोनी में रहने वाली रिंकी सुखीजा बलिया खेड़ी ब्लॉक के शेखपुरा गांव की प्राथमिक पाठशाला में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं। रिंकी सुखीजा के मुताबिक जब उन्होंने TV में बाढ़ पीड़ितों की हालत देखी तो उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने अपने 7 दिन का वेतन तुरंत आर्थिक सहायता के रूप में भेज दिया। रिंकी कहती हैं कि हालांकि यह राशि बहुत कम है, लेकिन उन्होंने शुरुआत कर दी है और अपनी सहकर्मी अध्यापिकाओं और आसपास रहने वाले लोगों से भी वह अपील कर रही हैं कि वह भले ही कम मदद करें लेकिन केरल बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आना चाहिए और इसी सोच के साथ उन्होंने अपने 7 दिन का वेतन केरल पीड़ितों को दिया है उनका 7 दिन का वेतन करीब ₹11000 बनता है।
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स्कूल के बच्चों के साथ मनाती हैं बर्थडे
सहायक अध्यापिका रिंकी बताती हैं कि वह फिजूलखर्ची नहीं करतीं। साथ ही बर्थडे पर वह किसी महंगे होटल में खाना खाने नहीं जातीं, बल्कि स्कूली बच्चों के साथ ही बर्थडे मनाती हैं और इससे उन्हें काफी खुशी मिलती है। उनके पति अश्वनी सुखीजा भी इन कार्यों में उनकी मदद करते हैं। रिंकी ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने अपने बेटे का जन्मदिन किसी होटल मैं नहीं मनाया और ना ही घर पर कोई पार्टी की। उन्होंने बर्थडे के बजट को स्कूली बच्चों के साथ खर्च किया और स्कूल में ही उन बच्चों के साथ केक काटा जो बच्चे शायद ही अपना बर्थडे कभी मनाते होंगे। इससे उन्हें काफी खुशी मिली और बच्चों के चेहरे खिल उठे।
केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए यह मदद करने के बाद रिंकी सुखीजा ने एक WhatsApp ग्रुप भी बनाया है। इस ग्रुप में अध्यापिकाएं जुड़ी हैं और किटी पार्टी में जाने वाली महिलाओं को भी उन्होंने इस ग्रुप में ऐड किया है। अब इस WhatsApp ग्रुप के जरिए वह केरल बाढ़ पीड़ितों को आर्थिक मदद करने के लिए अपनी सहेलियों को कह रही हैं। रिंकी का कहना है कि यह WhatsApp ग्रुप बनने के बाद उनकी तीन और सहेलियां आगे आई हैं, जिन्होंने अपनी पॉकेट अनुसार बचत के मुताबिक केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए सहायता करने का वायदा किया है।