ये है पूरा मामला
दरअसल राजकीय नर्सेज संघ नर्सेज की मांग काे लेकर लड़ाई लड़ रहा है। गुरुवार काे इस संघ के बैनर तले इकट्ठा हुई नर्सेज ड्यूटी छाेड़कर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गई। हैरान कर देने वाली बात यह है कि ये सभी नर्स यहां अपने निजी या पब्लिक वाहन से नहीं बल्कि एम्बुलेंस में सवार हाेकर पहुंची थी। जिला अस्पताल से सभी नर्स बैनर लेकर इस एम्बुलेंस में सवार हुई आैर यह एम्बुलेंस इन्हें लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची।
यहां डीएम से मिलने वाले पहले फरियादियाें की लंबी लाईन लगी हुई थी, एेसे में जितना समय इस नर्सेज संघ काे जिलाधिकारी से मिलने आैर अपनी बात कहने में लगा इतने समय तय यह एम्बुलेंस कलेक्ट्रेट में खड़ी रही। बाद में एम्बुलेंस इन्हें लेकर अस्पताल के लिए रवाना हुई। एेसे में सवाल यह उठता है कि जिला अस्पताल का काेई कर्मचारी या कर्मचारी संगठन क्या सरकारी एम्बुलेंस काे अपने व्यक्तिगत हिताें के लिए प्रयाेग कर सकता है? जब हमने यह सवाल सीएमआे से पूछा ताे उन्हाेंने साफ कह दिया कि यह गलत है आैर एम्बुलेंस का प्रयाेग इस तरह से नहीं किया जा सकता।
ये हैं नर्सेज संघ की मांग दरअसल, सरकार ने नर्स के रिटायर हाेने की आयु अवधि काे घटा दिया है। मुख्य रूप से नर्सेज संघ इसी का विराेध कर रहा है। गुरुवार काे यह सभी नर्स अपना एक मांग पत्र लेकर पहुंची थी। मुख्य
मंत्री याेगी आदित्यनाथ काे संबाेधित इस मांग पत्र काे इन्हाेंने यहां प्रशासनिक अधिकारियाें काे साैंपते हुए अपनी मांगाें काे दाेहराया।