अभी तक यही माना जाता रहा है कि उत्तर प्रदेश का वातावरण केसर की खेती की अनुकूल नहीं हैं लेकिन सहारनपुर के रहने वाले अमरजीत सिंह ने सहारनपुर में ही केसर की खेती करके दिखाई है। फिलहाल उन्हाेंने प्रयाेग के ताैर पर एक क्यारी में केसर की खेती की है आैर हैरान कर देने वाली बात यह है कि एक माह में उगी इस फसल पर फूल भी खिल आएं हैं।
यह अलग बात है कि कृषि वैज्ञानिक अभी भी यही मान रहे हैं कि सहारनपुर में केसर की खेती संभव नहीं है। कृषि वैज्ञानिकाें का यही कहना है कि केसर की व्यवसायिक खेती के लिए यूपी की जलवायु अनुकूल नहीं है आैर यहां केसर की खेती नहीं की जा सकती है। उधर किसान अमरजीत सिंह का कहना है कि उन्हे इसकी बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी। वह डेयरी चलाते हैं लेकिन अचानक उनके में मन में यह बात आई कि केसर की खेती की जाए। इसके बाद उन्हाेंने कुछ लाेगाें से इस बारे में जानकारी पूछी आैर बाकी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से जुटाई। इसके बाद उन्हाेंने क्यारी में केसर की खेती की शुरू की आैर अब उन्हाेंने देखा कि फूल भी खिल गए हैं।
अॉनलाईन मंगाए बीज डेयरी व्यापारी अमरजीत बताते हैं कि उन्हे जब केसर के बीज नहीं मिले ताे उन्हाेंने अॉन लाईन खरीददारी की। अमेजन से उन्हाेंने 1200 रुपये कीमत के बीज मंगाए। इसके बाद उन्हाेंने अपने घर ही एक क्यारी बनाई आैर उसमें देशी खाद मिलाकर बीज बाे दिए। अमरजीत बताते हैं कि उन्हाेंने तापमान का ध्यान रखते हुए अक्टूबर में बुआई की आैर नवंबर में यानि एक माह के भीतर ही फसल उग आई आैर फूल भी खिल गए।
क्या कहते हैं कृषि विशेषज्ञ इस बारे में जिला उद्यान अधिकार अरुण कुमार का यही कहना है कि सहारनपुर का तापमान आैर यहां की जलवायु केसर की खेती के लिए उपयुक्त नहीं है। यहां व्यवसायिक रूप से केसर की खेती नहीं की जा सकती है। यह अलग बात है कि एक क्यारी में तापमान का ध्यान रखते हुए फूल उग गए हाें लेकिन व्यवसायिक रूप से सहारनपुर का तापमान केसर की खेती के अनुकूल नहीं है।