महिला ने बताया कि आरोपी मनचला स्कूल जाते वक्त लड़कियों को परेशान किया करता था। उनका पीछा किया करता था और जब वह घर लौटती थी तो भी उन्हें बीच रास्ते में परेशान करता था। लड़कियों ने यह बात उन्हें बताई थी। इसके बाद परिवार वालों ने लड़कियों के ट्यूशन पढ़ने जाने पर रोक लगा दी थी। एसपीओ यानी स्पेशल पुलिस ऑफिसर महिला ने बताया कि जब लड़कियों की मां ने उन्हें यह बात बताई तो तो उन्होंने मनचले को सबक सिखाने की ठान ली थी। इसके बाद वो लड़कियों के साथ ट्यूशन के समय निकल पड़ी। आरोपी युवक शादाब निवासी कायस्थवाड़ा युवक वहीं रास्ते में खड़ा मिला। लड़कियों ने उसकी ओर इशारा किया तो वह भागने लगा। इसी दौरान महिला एसपीओ ने दौड़ाकर उसे पकड़ लिया। बाद में युवक को देवबंद पुलिस के हवाले कर दिया गया।
इस घटना के बाद लड़की के परिजनों ने कहा है कि कस्बे में एंटी रोमियो दस्ता सक्रिय नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो एंटी रोमियो टीम बनाई थी, देवबंद में उसका असर नहीं दिखाई दे रहा है। मनचलों की वजह से बच्चे स्कूल आते-जाते भी डरने लगे हैं। रास्ते मे उन्हें मनचलों की नजरों और छेड़छाड़ से दो चार होना पड़ता है। जब इस तरह की घटना ज्यादा होने लगी तो उन्होंने खुद ही कदम आगे बढ़ाया और आरोपी युवक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
इस घटना के बाद देवबंद कस्बे के लोगों और लड़कियों के परिजनों ने मांग की है कि स्कूलों के आसपास छुट्टी के समय कस्बे में पुलिस गश्त को बढ़ाया जाए। ट्यूशन के समय भी पुलिस गश्त करे ताकि मनचलों के दिमाग में पुलिस का खौफ हो और वह आते-जाते लड़कियों को परेशान ना करें। इस मामले में एसपी देहात विद्यासागर मिश्र ने कहा कि लड़कियों के स्कूल पर गश्त बढ़ाने के निर्देश दे दिए गए हैं।