देवबंदी आलीम मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के डीजीपी का निर्देश स्वागत योग्य है। सड़क पर नमाज व आरती होने से गुजरने वाले लोगों को दिक्कत होती है। इस निर्देश का सभी को पालन करना चाहिए। दरअसल पिछले कुछ समय से लगातार सड़क पर नमाज व आरती को लेकर विवाद होता रहा है। सार्वजनिक जगहों पर धार्मिक कार्यो की वजह से यातायात और सामान्य जीवन बाधित होता है। डीजीपी का कहना है कि यह निर्देश प्रदेश के सभी जनपदों में लागू होगा। साथ ही पुलिस को निर्देश दिए है कि पीस कमेटी बुलाकर मीटिंग की जाए और आपसी सौहार्द का वातावरण बनवाने की अपील करें।