ऐसे करें पैरालाइसिस अटैक का पता
आपके मन में यह प्रश्न उठ रहा होगा कि पैरालाइसिस अटैक का पता कैसे करें ? तो इसका सरल उपाय यह है कि अगर व्यक्ति का मुंह टेढ़ा होने लगे, हाथ कांपने लगे तो ऐसे में यह आशंका जताई जा सकती है कि पैरालाइसिस अटैक आया है। यह सभी पैरालाइसिस अटैक के लक्षण हैं। पैरालाइसिस अटैक का पता करने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप रोगी को एक से दस तक की गिनती गिनने के लिए कहें अगर राेगी आसानी से एक से दस तक की गिनती सही तरीके से पूरी कर देता है तो पैरालाइसिस अटैक नहीं है, अन्यथा यह पैरालाइसिस अटैक है। इसके अलावा आप रोगी को मुंह में हवा भर कर गालो को फुलाने के लिए कहेंगे और जाेर लगाते हुए मुह में हवा राेकने के लिए कहेंगे ताे राेगी हवा नहीं राेक पाएगा। इसी तरह से आप रोगी के हाथों में अपने दोनों हाथ दीजिए और उनसे कहिए कि दोनों हाथों को जोर से दबाए तो आप महसूस करेंगे कि राेगी सिर्फ एक ही हाथ से आपके हाथ काे दबा पाएंगे दूसरे से नहीं। इससे भी आप पता लगा सकते हैं कि अटैक आया है
गोल्ड मेडलिस्ट फिजिशियन डॉक्टर संजीव मिगलानी के मुताबिक पैरालाइसिस अटैक आने पर पहले तीन घंटे गोल्डन पीरियड होता है। यही वह समय है जब पैरालाइसिस अटैक को कवर किया जा सकता है। तीन घंटे बीत जाने के बाद 9 घंटे का समय महत्वपूर्ण होता है लेकिन अगर 9 घंटे भी बीत जाएं तो ऐसे में पैरालाइसिस अटैक के मरीज को पहले जैसा स्वस्थ करना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसके बाद दवाइयों के सहारे कुछ हद तक ठीक जरूर किया जा सकता है लेकिन पहले जैसा स्वस्थ करना बेहद मुश्किल है
ऐसे बचें पैरालाइसिस अटैक से
अगर आप पैरालाइसिस अटैक से बचना चाहते हैं तो इसके लिए अपनी जीवनशैली में आपको बर्ताव करना होगा। खाने-पीने की वस्तुओं में सावधानी बरतनी होगी। जंक फूड से आपको दूर रहना होगा। अधिक शराब का सेवन आपको नहीं करना चाहिए और सुबह 4:00 बजे से 8:00 बजे तक का समय बेहद संवेदनशील होता है सर्दियों में इस समय आपको पूरे कपड़े पहन कर रखने चाहिए पैरालाइसिस अटैक ब्लड प्रेशर के रोगियों को होने की आशंका अधिक रहती है। इसलिए अगर आप ब्लड प्रेशर के रोगी हैं तो अपने रक्तचाप को संयमित रखिए नियमित रूप से चेकिंग कराते रहिए।