वहीं आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आस-पड़ोस के लोगों संग मिलकर मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। जहां तीन लोगों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। मृतकों में एक महिला और दो मासूम शामिल हैं। जबकि दस लोगों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
जानकारी के अनुसार जिस घर की छत गिरने से यह हादसा हुआ है, उसमें सोमवार को निकाह था। जिसके चलते घर में परिवार के लोगों को अलावा रिश्तेदार भी मौजूद थे। वहीं जब यह हादसा हुआ, उससे कुछ घंटे पहले ही बारात दुल्हन को लेकर घर लौटी थी। आसपास के लोगों के मुताबिक जिस वक्त हादसा हुआ तब घर से सभी लोग गहरी नींद में सोए थे। वहीं छत गिरने से हुए तेज धमाके की आवाज सुनकर पड़ोस के लोग बाहर निकले और पुलिस को घटना की जानकारी दी।
धूल के कारण नहीं समझ पाए थे कुछ पड़ोसियों के मुताबिक जब घर की छत गिरी तो सिर्फ धमाके की आवाज आई। जब वह अपने घरों से बाहर निकले तो बाहर धूल का गुब्बार नजर आ रहा था। जिसके कारण लोग कुछ समझ नहीं पा रहे थे। लेकिन जैसे ही चीख-पुकार मची तो मौके पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई और पुलिस को इसकी सूचना दी गई। जिसके बाद पुुलिस ने लोगों की मदद से मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
पलभर में मातम में बदली खुशियां लोगों का कहना है कि घर में निकाह के बाद बारात दुल्हन को लेकर लौटी थी। परिजनों में खुशी की लहर थी कि उनके बेटे की शादी हुई है। परिजनों ने नई दुल्हन का जोरदार स्वागत भी किया। लेकिन किसी को नहीं मालूम था कि यह खुशियां मातम में तब्दील हो जाएगी। उधर, सूचना मिलने पर दुल्हन के परिजन भी रात में ही मौके पर पहुंच गए। मामले में पुलिस का कहना है कि देर रात घर की छत गिरने की सूचना मिली थी। जिस पर टीम ने पहुंचकर लोगों के मलबे में से निकालकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया। घटना में तीन लोगों की मौत हुई है, जबकि करीब दस घायल हुए हैं।