पुलिस ने कच्ची शराब के 6 कारोबारियों के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। मालूम हो कि बीते दिनों घाघरा नदी में बाढ़ की उफान के दौरान नदी की तलहटी में कच्ची शराब का कारोबार बंद हो गया था| लेकिन इधर जब नदी का जलस्तर घटा और नदी की धारा दो भागों में विभाजित हुई तो उसके बाद कारोबारी एक बार फिर से अपने कारोबार को तैयार करने में जुट गए जिसकी सूचना पर चौकी इंचार्ज बिड़हर राकेश कुमार और दया नाथ राम की अगुवाई में छापामारी करने के लिए दो पुलिस टीम में का गठन किया गया था |
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बीएचयू के छात्र को अपराधियों ने मारी गोली, गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर में भर्ती थानाध्यक्ष ने बताया कि बगल के चपरा पूर्वी गांव के आधा दर्जन कच्ची शराब के कारोबारियों द्वारा तुरकौलिया गांव में कई दिन तक लगातार कच्ची शराब तैयार करने की जानकारी प्राप्त हुई थी| जिसके आधार पर गठित उक्त दोनों पुलिस टीमों द्वारा दो अलग-अलग तरफ से एक साथ कारोबारियों के अड्डे पर छापेमारी की गई | थानाध्यक्ष ने बताया कि छापेमारी के दौरान कारोबारी तो नदी की धारा में कूदकर मौके से फरार होने में सफल हो गए, लेकिन मौके से बिक्री के लिए जमीन के नीचे अलग-अलग स्थानों पर छुपा कर रखा 2 हज़ार लीटर से अधिक मात्रा में कच्ची शराब बरामद हुई, इतना ही नहीं जमीन के भीतर से ही शराब बनाने के लिए छुपाकर रखा गया कई कुंतल लहन भी पुलिस को खुदाई के दौरान हाथ लगा, जिसे वहीं नदी की धारा में नष्ट कर दिया गया |
थानाध्यक्ष के मुताबिक मौके पर मौजूद शराब बनाने के लिए चल रही भट्ठियों को तोड़कर नष्ट कर दिया गया, तो साथ ही शराब बनाने वाले उपकरण भी भारी मात्रा में बरामद किए गए हैं| छापेमारी को लेकर पुलिस ने क्षेत्र के चपरा पुर्वी गांव निवासी लालचंद व भालचंद पुत्रगण श्रीराम, अच्छेलाल पुत्र बहादुर, सुभाष पुत्र रामआसरे तथा गुड्डू पुत्र अच्छेलाल के खिलाफ आबकारी विभाग की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश सरगर्मी से कर रही है। थानाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने बताया कि शराब कारोबारी कहीं भी छुपे होंगे उन्हें जल्द से जल्द पकड़कर सलाखों के पीछे किया जाएगा और इस तरह की कच्ची शराब बनाने वाले लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और जहां कहीं भी इसकी सूचना मिलेगी उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।