डीपीआरओ बोले, नियुक्तियों का मांगा डाटा
सफाईकर्मियों द्वारा की जा रही डाटा फीडिंग के संबंध में पूछे जाने पर डीपीआरओ भी गोलमोल जवाब देते नजर आए। जिले के पंचायती राज अधिकारी आलोक प्रियदर्शी ने कहा शासन से सफाईकर्मियों का डाटा मांगा है। निर्देशों के अनुसार जन्मतिथि से लेकर शैक्षणिक योग्यता का विवरण मांगा ही गया है, नियुक्ति और अब तक के सेवाकाल का विवरण भी मांगा गया है। शासन ने डाटा किसलिए मांगा है, इस सवाल पर उन्होंने जानकारी ना होने का हवाला देते हुए कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
सफाईकर्मियों द्वारा की जा रही डाटा फीडिंग के संबंध में पूछे जाने पर डीपीआरओ भी गोलमोल जवाब देते नजर आए। जिले के पंचायती राज अधिकारी आलोक प्रियदर्शी ने कहा शासन से सफाईकर्मियों का डाटा मांगा है। निर्देशों के अनुसार जन्मतिथि से लेकर शैक्षणिक योग्यता का विवरण मांगा ही गया है, नियुक्ति और अब तक के सेवाकाल का विवरण भी मांगा गया है। शासन ने डाटा किसलिए मांगा है, इस सवाल पर उन्होंने जानकारी ना होने का हवाला देते हुए कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
अंदरखाने हो रही नियुक्तियों की जांच!
विभाग के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो सरकार अंदरखाने सफाईकर्मियों की नियुक्ति की जांच करा रही है। इसके पक्ष में सूत्रों का दावा है कि क्या सन 2009 से लेकर अबतक शासन के पास सफाई कर्मियों का डाटा ही उपलब्ध नही है, शासन में पूरा डाटा रहता है। इसके बावजूद जिलों से डाटा मांगा जाना यह संकेत कर रहा है कि कुछ ना कुछ चल रहा है, जिसके संबंध में बोलकर डीपीआरओ और अन्य अधिकारी अपना गला फंसाना नहीं चाहते।
विभाग के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो सरकार अंदरखाने सफाईकर्मियों की नियुक्ति की जांच करा रही है। इसके पक्ष में सूत्रों का दावा है कि क्या सन 2009 से लेकर अबतक शासन के पास सफाई कर्मियों का डाटा ही उपलब्ध नही है, शासन में पूरा डाटा रहता है। इसके बावजूद जिलों से डाटा मांगा जाना यह संकेत कर रहा है कि कुछ ना कुछ चल रहा है, जिसके संबंध में बोलकर डीपीआरओ और अन्य अधिकारी अपना गला फंसाना नहीं चाहते।
Input By : Najmul Hoda