रेफर सेवा में ठेका कंपनी द्वारा बरती जा रही लापरवाही की जानकारी सीएमएचओ डॉ डीएन गौतम, नोडल अधिकारी गीता मिश्रा सहित अन्य को भी है। एेसे कई मामले सामने भी आ चुके हैं, लेकिन संरक्षण के चलते कार्रवाई तो दूर जवाब तक नहीं मांगा जा रहा है। इसका खामियाजा पीडि़तों को भुगतना पड़ रहा है।
108 एम्बुलेस और जननी एक्सप्रेस में आकस्मिक स्थिति के दौरान पीडि़तों को चिकित्सा मुहैया कराने रखे जाने वाले जरूरी उपकरण सहित दवाइयां गायब हैं। पीडि़तों को स्ट्रेचर भी नहीं मिल पा रहे हैं। बीते दिनों औचक निरीक्षण में लापरवाही सामने भी आई थी। दवाइयां, उपकरण वाहनों में नहीं मिले थे, लेकिन जानबूझकर लापरवाही पर पर्दा डाल दिया गया।
परिवार कल्याण कार्यक्रम की संभाग स्तरीय बैठक 15 मई को सुबह 10.30 बजे सिविल लाइन स्थित निजी होटल में आयोजित की गई है। डीपीएम नृपेश सिंह ने बताया, बैठक में सभी जिलों के सीएमएचओ, डीएचओ, एएसओ, एमईआईओ, स्टोर कीपर, जिला स्टोर फार्मासिस्ट, डीपीएम, डीसीएम मौजूद रहेंगे।