सतना

अर्बन हीट आइलैंड बन रहे सतना शहर को लगाने होंगे 50 हजार पौधे

निगम को तय समय में कार्ययोजना बना कर करना होगा पौधरोपण
शहर में विकास के नाम पर काट डाले गए हैं सैकड़ों पौधे

सतनाJun 12, 2019 / 12:32 am

Ramashankar Sharma

50 thousand plants will be used to save Satna city from heat

सतना. विगत कुछ सालों से जिस तरीके से सतना में तापमापी का पारा रिकार्ड बनाता जा रहा है उससे यह तो स्पष्ट होने लगा है कि शहर का अनियोजित विकास और घटते पेड़ भी इसकी वजह है। हालात यह हैं कि विकास के नाम पर हजारों पेट काट डाले गए और उनके स्थान पर तुलनात्मक वृक्षारोपण नहीं किया गया। दूसरी ओर शहर में सीमेंट के जंगल अलग से खड़े हो रहे हैं बेतहाशा भवन निर्माण के साथ ही सड़के भी सीमेन्ट की बनने लगी है। नतीजा यह हुआ कि सतना अर्बन हीट आइलैंड बन कर रह गया है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि गर्मियों में हीट वेब के कारण तापमान बढ़ता है। पहले काफी संख्या में पेड पौधे होते थे तो वे उन्हें रोक लेते थे दूसरा खुली जमीन होने पर यह हीट अवशोषित हो जाती थी। लेकिन अब जिस तरीके से बड़े पेड़ों की संख्या में कमी आई है और खुली जमीन के स्थान पर सीमेंट की इमारते और सड़क बन रही है उससे यह गर्मी जमीन में अवशोषित भी नहीं हो रही है। हालांकि शहर के लिये इस बार एक अवसर प्राप्त हुआ है जिसमें शासन ने नगर निगम को नगर नियोजन और पर्यावरण संतुलन के नाम पर 50 हजार पौधों का रोपड़ कराने का लक्ष्य देते हुए 25 लाख की स्वीकृति प्रदान की है। अगर निगम ईमानदारी से वृक्षारोपण कर इन पौधों को जीवित रख पाने में सफल होता है तो आने वाले समय में येे पौधे शहर की आवोहवा बेहतर करने में सहायक होंगे।
नगरीय निकायों पर दी जिम्मेदारी

शहरी क्षेत्रों में नगर नियोजन और पर्यावरण संतुलन की दृष्टि से राज्य शासन द्वारा वृक्षारोपण कराने का निर्णय शासन ने लिया है। इसके साथ ही नगरीय निकायों को लक्ष्य तय किए गए हैं। निगमायुक्त सहित सीएमओ को निर्देशित किया गया है कि बारिश के पहले ही इस बात का सर्वे करवा लिया जाए कि कितने क्षेत्रफल में किस प्रजाति के पौधे लगाए जा सकते हैं। शहरी क्षेत्र में सभी प्रमुख मार्गों, उद्यानों, विकास योजना में आरक्षित ग्रीन बेल्ट क्षेत्रों व अन्य प्रमुख स्थानों में सघन वृक्षारोपण के निर्देश दिए गए हैं।
इस तरह होगा वृक्षारोपण

कहा गया है कि प्रजातिवार पौधों का आंकलन कर नर्सरियों से नियोजन कर लिया जाए। पौधे खरीदने में पूरी पारदर्शिता बरती जाए। नर्सरी से लिया जाने वाला पौधा स्वस्थ व गुणवत्ता का हो। पोधरोपण के साथ उसकी सुरक्षा व रखरखाव की भी व्यवस्था की जाए।
30 जून तक कार्ययोजना

कहा गया है कि वर्षाकाल में वृक्षारोपण तय लक्ष्य के अनुसार हो जाना चाहिए। इसके लिये 30 जून तक पूरी कार्ययोजना तैयार कर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को दे दी जाए। साथ ही 31 अगस्त तक पूरे वृक्षारोपण की स्थिति चाही गई है।
यह है लक्ष्य

निकाय – लक्ष्य वृक्षारोपण – वित्तीय लक्ष्य

नगर निगम सतना – 50000 – 2500000

नगर पालिका मैहर – 3000 – 150000

नगर परिषद नागौद – 3000 – 150000
नगर परिषद उचेहरा – 3000 – 150000

नगर परिषद कोठी – 3000 – 150000

नगर परिषद अमरपाटन – 3000 – 150000

नप रामपुर बाघेलान – 3000 – 150000

नगर परिषद कोटर – 2000 – 100000
नगर परिषद चित्रकूट – 3000 – 150000

नगर परिषद बिरसिंहपुर – 2000 – 100000

नगर परिषद जैतवारा – 2000 – 100000

नगर परिषद रामनगर – 1000 – 100000

 
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