जेल की जगह अस्पताल पहुंचा ठगी का आरोपी
बनारस से लौटते ही बिगड़ी मुख्य आरोपी की हालत, अस्पताल पहुंचे मजिस्ट्रेट, जेल में आमद के बाद मेडिकल कॉलेज रवाना, आर्टिफिशियल गैलरी के नाम पर ठगी का मामला, आरोपियों ने बरामद कराई रसीद, सील के साथ रकम, रिमांड पूरा होने पर एक आरोपी को भेजा गया जेल
Accused of cheating reached hospital instead of jail
सतना. आर्टिफिशियल गैलरी के नाम से मोतीमाला का कारोबार करते हुए जिले के सैकड़ों लोगों से लाखों की ठगी करने के मुख्य आरोपी की तबियत उस वक्त बिगड़ गई जब पुलिस से रिमांड के दौरान साख्य बरामदगी के लिए बनारस लेकर गई थी। वापसी में इलाहाबाद के पास से मुख्य आरोपी के सीने में दर्द उठा तो सतना लाने के बाद उसे जिला अस्पताल भेजा गया। नौबत यहां तक आ गई कि रिमांड पूरा होने पर भी आरोपी को अस्पताल से अदालत तक नहीं ले जाया जा सका। एेसे में मजिस्ट्रेट को खुद अस्पताल जाना पड़ा। जेल वारंट बनने के बाद डॉक्टरी सलाह पर पुलिस ने आरोपी की आमद केन्द्रीय जेल में कराते हुए उसे मेडिकल कॉलेज रीवा भेजा है।
यह है मामला
ठगी के इस बड़े मामले का खुलासा मंगलवार को करते हुए पुलिस ने बताया था कि फरियादी विजय कुमार द्विवेदी निवासी ग्राम पोड़ी हाल महादेवा की रिपोर्ट पर थाना सिविल लाइन में आइपीसी की धारा 420, 34 का मामला कायम कर विवेचना में लिया था। शिकायत थी कि आर्टिफिशियल गैलरी से नाम से मोती माला का कारोबार करने वाले लोगों ने सैकड़ों व्यक्तियों की रकम जमा कराई और कारोबार से जुड़े लोग एक साथ भाग निकले।
यह हैं आरोपी
इस मामले में पुलिस ने ठगी के मास्टरमाइंड आरोपी राजेश तिवारी पुत्र सीताराम तिवारी (50) निवासी ग्राम बथरा खुर्द थाना चौबेपुर जिला वाराणसी उप्र को पकड़ा। इसके बाद बनारस से ही आरोपी राहुल उर्फ गोपाल मिश्रा पुत्र छविनाथ मिश्रा (27) निवासी ग्राम इटमा थाना चोलापुर जिला वाराणसी उप्र को गिरफ्तार किया गया। तीसरे आरोपी दुष्यंत सिंह पुत्र राम अवतार सिंह (60) निवासी करही खुर्द थाना उचेहरा जिला सतना हाल धवारी को पकड़ा गया। खुलासे के बाद दुष्यंत को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया था। जबकि पूछताछ और साक्ष्य जुटाने के लिए आरोपी राजेश व राहुल उर्फ गोपाल को रिमांड पर लिया गया था।
बकाया है बिजली का बिल
जब पुलिस आरोपी राजेश और गोपाल को लेकर बनारस गई तो पता चला कि राजेश के घर का करीब एक लाख 80 हजार रुपए का बिजली बिल बकाया है। जबकि राजेश लाखों की ठगी कर चुका है। जांच के दौरान यहां से एक रसीद कट्टा, सील और दोनों आरोपियों के कब्जे से करीब 95 हजार रुपए पुलिस ने जब्त किए हैं। इसी मामले में फरार तीसरे आरोपी पवन सिंह पुत्र स्व. शिवाधार सिंह निवासी ग्राम बथरा खुर्द थाना चौबेपुर जिला वाराणसी की तलाश में भी दबिश दी गई लेकिन वह नहीं मिल सका।
रात को कराया भर्ती
आरोपी राजेश के सीनें में दर्द होने के बाद जब उसे गुरुवार की रात जिला अस्पताल में पुलिस लेकर पहुंची तो डॉ. एचके अग्रवाल ने जांच किया। पता चला कि सीने में बाल्व ब्लाकेज के कारण दर्द हुआ। इसके अलावा आरोपी को पाइल्स की बीमारी और हाइ ब्लड प्रेशर का मर्ज भी बताया गया। रातभर अस्पताल में रखने के बाद डॉ. सोनी ने जांचा तो पुलिस को बताया कि मरीज चलने की स्थित में नहीं है। डॉक्टर ने स्पष्ट कह दिया कि अदालत तक ले जाना संभव नहीं है। इधर, मुल्जिम को रिमांड पूरा होने पर अदालत में पेश करना था। जब डॉक्टर की सूचना अदालत भेजी गई तो मजिस्ट्रेट खुद अस्पताल पहुंचे। वहां से जेल वारंट बनाया। डॉक्टर ने राजेश को रीवा रेफर कर दिया था। एेसे में पुलिस राजेश और उसके साथी गोपाल को लेकर जेल पहुंची। जहां गोपाल को जमा करने के बाद राजेश को एक हवलदार के साथ दो आरक्षक रीवा लेकर चले गए। अब पुलिस अभिरक्षा में ही आरोपी का इलाज चलेगा।
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