सीधी जिले में जन आशीर्वाद यात्रा का कांग्रेस ने जगह-जगह विरोध किया है। कई कांगे्रसियों को हिरासत में भी लिया गया, लेकिन पत्थर फेंकने की घटना से मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। दोनों घटनाओं में आरोपियों की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
सिहावल विधानसभा के मयापुर में आरक्षण विरोधी संगठन के अध्यक्ष शत्रुघन पांडेय को पुलिस ने काले झंडे दिखाने की आशंका पर लिया हिरासत में ले लिया था, पर बाद में यात्रा के दौरान उनके सहयोगियों ने काला झंडा दिखाया। वहीं चुरहट विधान सभा के पटपरा में भी काले झंडे दिखाए गए।
सीएम के काफिले पर चुरहट विधानसभा क्षेत्र में दो जगह पथराव किया हुआ था। चुरहट के सभास्थल से 30 किमी पहले पटपरा में एक पत्थर रथ पर लगा। दूसरी घटना चुरहट बाजार की बताई गई है, वहां भी कुछ लोगों ने पत्थर फेंके।
पुलिस अधीक्षक तरुण नायक ने बताया कि आरोपियों को पकड़ लिया गया है। इनमें प्रमोद सिंह परिहार करणी सेना निवासी सीधी खुर्द, मृत्युंजय मिश्रा राष्ट्रीय समन्वय संयुक्त समाजवादी पार्टी का सदस्य निवासी कुबरी, संजय मिश्रा आरक्षण विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष निवासी पडख़ुरी नंबर-2 शामिल है। तीनों के खिलाफ काला झंडा दिखाने व शासकीय कार्य में बाधा डालने की धारा 353,186,294,34 के तहत मामला पंजीबद्ध कर धारा 151,107,116(3) के तहत जाफौ तैयार कर शांति व्यवस्था के लिए प्रकरण तैयार किया गया है। इनकी गिरफ्तारी भी कर ली है। पुलिस अधीक्षक ने बताया, तीनों आदतन अपराधी हैं। ये अक्सर कानून व्यवस्था में बाधा उत्पन्न करते हैं। इन पर पहले भी शासकीय कार्य में बाधा डालने, बलवा व कर्मचारियों से मारपीट के प्रकरण पंजीबद्ध हैं।