ऑडियोमेट्रिक ओपीडी को बनाया वीसी रूम
ऑडियोमेट्रिक ओपीडी कक्ष में वीसी रूम तैयार किया गया है। यहां कांन्फे्रंसिंग की सभी सुविधाएं रहेंगी।एक रोटेट माइक होगा, जिससे जज और वकील सवाल-जवाब करेंगे। एलइडी डिवाइस में चिकित्सक को देख सकेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग वीडियो डेस्कटॉप साफ्टवेयर द्वारा तैयार किया जाएगी। सभी कोर्ट की अलग-अलग आईडी जनरेट की जाएगी। आडियोमेट्रिक ओपीडी को पुराने जननी कॉल सेंटर स्थानांतरित किया है।
ऑडियोमेट्रिक ओपीडी कक्ष में वीसी रूम तैयार किया गया है। यहां कांन्फे्रंसिंग की सभी सुविधाएं रहेंगी।एक रोटेट माइक होगा, जिससे जज और वकील सवाल-जवाब करेंगे। एलइडी डिवाइस में चिकित्सक को देख सकेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग वीडियो डेस्कटॉप साफ्टवेयर द्वारा तैयार किया जाएगी। सभी कोर्ट की अलग-अलग आईडी जनरेट की जाएगी। आडियोमेट्रिक ओपीडी को पुराने जननी कॉल सेंटर स्थानांतरित किया है।
अस्पताल आने वाले पीडि़तों को होगा लाभ
अस्पताल प्रशासक इकबाल सिंह ने बताया कि सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों के बयान वीसी रूम से दर्ज कराए जा सकेंगे। विशेष परिस्थितियों में ही चिकित्सकों को न्यायालय जाना पड़ेगा। अभी आए दिन चिकित्सकों के पेशी में जाने से अस्पताल आने वाले पीडि़तों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। अब इस सुविधा का सबसे ज्यादा लाभ अस्पताल आने वाले पीडि़तों को मिलेगा।
अस्पताल प्रशासक इकबाल सिंह ने बताया कि सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों के बयान वीसी रूम से दर्ज कराए जा सकेंगे। विशेष परिस्थितियों में ही चिकित्सकों को न्यायालय जाना पड़ेगा। अभी आए दिन चिकित्सकों के पेशी में जाने से अस्पताल आने वाले पीडि़तों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। अब इस सुविधा का सबसे ज्यादा लाभ अस्पताल आने वाले पीडि़तों को मिलेगा।
हाइकोर्ट का निर्देश
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ एसबी सिंह ने बताया कि हाइकोर्ट के निर्देश पर जिला अस्पताल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम तैयार किया गया है। चिकित्सकों को बयान दर्ज कराने कोर्ट नहीं जाना पड़ेगा। इस व्यवस्था के कारण जिला अस्पताल आने वाले मरीजों को प्रॉपर इलाज मिल सकेगा। चिकित्सक के इंतजार में उनको नहीं बैठना पड़ेगा।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ एसबी सिंह ने बताया कि हाइकोर्ट के निर्देश पर जिला अस्पताल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम तैयार किया गया है। चिकित्सकों को बयान दर्ज कराने कोर्ट नहीं जाना पड़ेगा। इस व्यवस्था के कारण जिला अस्पताल आने वाले मरीजों को प्रॉपर इलाज मिल सकेगा। चिकित्सक के इंतजार में उनको नहीं बैठना पड़ेगा।