ये भी पढ़ें: सतना शहर में 1897 में हुई थी रामलीला की शुरुआत, 122 वर्ष पुराना है यहां का इतिहास करीब तीन घंटे से अधिक समय तक जांच अधिकारियों ने शिकायत से जुड़े मामले में सवाल पूछे और आवश्यक जानकारियां ली। बताया गया है कि वर्ष 2015 में इओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि मुकुंदपुर में निर्माणाधीन चिडिय़ाघर में व्यापक पैमाने पर अनियमितता की जा रही है। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही है।
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तत्कालीन सीसीएफ पीके सिंह सहित अन्य पर आरोप था कि उन्होंने ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों की अनदेखी की है। इसकी जांच इओडब्ल्यू द्वारा की जा रही है। कुछ दिन पहले ही मुकुंदपुर चिडिय़ाघर पहुंचकर उन निर्माण कार्यों को इओडब्ल्यू के अधिकारियों ने देखा था, जिनकी गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए जाते रहे हैं। हालांकि शिकायत करने वालों का यह भी तर्क है कि बाद में कार्यों की गुणवत्ता में सुधार कराया गया है। इस पूरे मामले में बयान दर्ज कराने के लिए तलब किए गए अधिकारी अलग-अलग कर अपना बयान दर्जकराने के लिए इओडब्ल्यू कार्यालय आ रहे हैं।
तत्कालीन सीसीएफ पीके सिंह सहित अन्य पर आरोप था कि उन्होंने ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों की अनदेखी की है। इसकी जांच इओडब्ल्यू द्वारा की जा रही है। कुछ दिन पहले ही मुकुंदपुर चिडिय़ाघर पहुंचकर उन निर्माण कार्यों को इओडब्ल्यू के अधिकारियों ने देखा था, जिनकी गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए जाते रहे हैं। हालांकि शिकायत करने वालों का यह भी तर्क है कि बाद में कार्यों की गुणवत्ता में सुधार कराया गया है। इस पूरे मामले में बयान दर्ज कराने के लिए तलब किए गए अधिकारी अलग-अलग कर अपना बयान दर्जकराने के लिए इओडब्ल्यू कार्यालय आ रहे हैं।
टाइगर सफारी मार्ग की भी जांच शुरू
रीवा से टाइगर सफारी एवं चिडिय़ाघर मुकुंदपुर की ओर जाने वाले मार्ग के निर्माण की भी शिकायत की गई थी। इस मामले की भी जांच ईओडब्ल्यू ने अलग से शुरू कर दी है। इसकी शिकायत जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष शिव सिंह ने दर्ज कराई थी। 13.20 किलोमीटर लंबाई की इस सड़क के निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी करने का आरोप लगाया गया है। जिसमें शिकायत के साथ कुछ दस्तावेज भी सौंपे गए थे। करीब पांच करोड़ रुपए के इस निर्माण में व्यापक रूप से अनियमितता किए जाने का आरोप लगाया गया है।
रीवा से टाइगर सफारी एवं चिडिय़ाघर मुकुंदपुर की ओर जाने वाले मार्ग के निर्माण की भी शिकायत की गई थी। इस मामले की भी जांच ईओडब्ल्यू ने अलग से शुरू कर दी है। इसकी शिकायत जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष शिव सिंह ने दर्ज कराई थी। 13.20 किलोमीटर लंबाई की इस सड़क के निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी करने का आरोप लगाया गया है। जिसमें शिकायत के साथ कुछ दस्तावेज भी सौंपे गए थे। करीब पांच करोड़ रुपए के इस निर्माण में व्यापक रूप से अनियमितता किए जाने का आरोप लगाया गया है।
पुरानी शिकायत रही है, उसी की जांच चल रही है। इसकी जानकारी के लिए विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया था। तत्कालीन सीसीएफ पीके सिंह सहित अन्य ने अपने बयान दर्ज कराए हैं। जांच अभी चल रही है।
राजेश दंडोतिया, एसपी इओडब्ल्यू रीवा
राजेश दंडोतिया, एसपी इओडब्ल्यू रीवा