सूत्रों का कहना है कि बालाजी मंदिर के महंत रहे नारायण दास के चेला अर्जुन दास और मंगल दास थे। पूर्व में मंदिर की गद्दी का उत्तराधिकारी मंगल दास को बनाया गया था लेकिन फिर अर्जुन दास उत्तराधिकारी बन गए। ऐसे में मंगलदास और अर्जुनदास के बीच विवाद पैदा हो गया। यह विवाद बढ़ता गया और मामला कोर्ट तक पहुंचा। सामने आए घटना से जुड़े तथ्यों के आधार पर उप्र की सीतापुर चौकी पुलिस आरोपी मंगलदास निवासी कोसाम्बी, राजू मिश्रा निवासी कोसाम्बी, आलोक पाण्डेय निवासी बहराइच समेत दो अन्य के खिलाफ हत्या का मामला कायम किया है। यह जानकारी भी सामने आई कि आलोक ने ही अर्जुनदास को मिलने के लिए बुलाया था, जिसके बाद बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी।