मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड ने चित्रकूट सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट एवं नेटवर्क निर्माण का कार्यादेश 2017 में जारी किया था लेकिन जब भी यहां ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का काम प्रारंभ होता है तो यहां कुछ भूमिस्वामियों और महिलाओं की ओर से निर्माण का विरोध शुरू कर दिया जाता है। लगातार प्रयासों के बाद भी यहां काम प्रारंभ नहीं हो पा रहा है। जनवरी माह की शुरुआत में यहां एसडीएम, तहसीलदार और थाना प्रभारी की मौजूदगी में काम प्रारंभ करने की कोशिश की गई पर विरोध के कारण काम प्रारंभ नहीं हो सका। मामले की गंभीरता को लेकर अब परियोजना प्रबंधक ने कलेक्टर को बताया कि विगत दो साल से जब भी स्थल में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम प्रारंभ किया जाता है तो राजकुमार के नेतृत्व में कुछ भूमि स्वामी और महिलाएं निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न करने लगती हैं। भूमि उपलब्ध न होने से ठेकेदार वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष कार्य न करने का बहाना बना देता है। इससे कार्य में अपेक्षित प्रगति नहीं हो पा रही है। परियोजना प्रबंधक ने कलेक्टर को बताया कि चित्रकूट में सीवर का काम शासन की उच्च प्राथमिकता में विशेष निधि से किया जा रहा है। इसलिए संबंधित बाधक तत्वों पर विधिक कार्रवाई की जाए। साथ ही अंत में यह भी चेताया है कि भूमि उपलब्ध न होने की स्थिति में परियोजना को यथा स्थिति बंद किया जाना होगा।
” मामला हमारे संज्ञान में है। कोई भी प्रोजेक्ट बंद नहीं होने दिया जाएगा। नगर पालिका अधिकारी की लापरवाही है। इस मामले में आवश्यक निर्देश दिये जा चुके हैं। जल्द ही कार्य प्रारंभ होगा।”
– सतेन्द्र सिंह, कलेक्टर