धारा 144 प्रभावी रही ऐसे में पुलिस को भम्रण के दौरान जो व्यक्ति बिना काम के घूमते मिले उन्हें सख्त हिदायत देते हुए घर लौटा दिया गया। रेलवे स्टेशन और बस स्टैण्ड में खास नजर रही। रेलवे स्टेशन में आई यात्री ट्रेन से जो यात्री उतरे उन्हें अपने घर जाने को साधन नहीं मिल रहे थे। जब राजकीय रेल पुलिस ने इस समस्या को बढ़ते देखा तो उन्होंने एसडीएम पीएस त्रिपाठी से संपर्क किया। जिसके बाद नगर पालिक निगम की सिटी बस सेवा लोगों को राहत पहुंचाने का काम किया गया।
रेलवे स्टेशन में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने यात्रियों की जांच कराई। इस दौरान एसडीएम त्रिपाठी, तहसीलदार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक अवधिया, जीआरपी से एएसआइ गोविन्द प्रसाद त्रिपाठी अपने बल के साथ मौजूद रहे।
आमजनता ने तो अपने घर से ताली, थाली, शंख और ढोलक बजाई। इसके दूसरी ओर जनता कफ्र्यू का पालन ककरते हुए घर में ही रहने वाले सभी लोगों का आभार पुलिस ने हूटर बजाकर जताया। कई थानों के पुलिस वाहन में शाम ठीक 5 बजे हूटर बजाए गए।
प्रधानमंत्री द्वारा एक दिवसीय जनता कफ्र्यू का आव्हान किए जाने के तारतम्य में विगत दिवस जिला कलेक्टर ने भी अपनी ओर से इसके लिए अपील की थी। जनता कफ्र्यू जनता के लिए जनता के द्वारा था। इसमें अति आवश्यक सेवाओं जैसे दवा सब्जी आदि को मुक्त रखा गया था लेकिन फिर भी ‘कोरोना को हराना है’ की जिद लेकर एक दिनी स्वैच्छिक जन कफ्र्यू में दवा व्यवसाई भी शामिल हुए। सतना का दवा बाजार तकरीबन शत-प्रतिशत बंद रहा जबकि इसके उलट शहर में शराब की दुकानें खुली रहीं।