मदद करता था आरोपी
पुलिस का कहना है कि डकैत बबुली कोल की बुआ की बेटी हरसेड़ गांव में लल्लू कोल के यहां ब्याही है। लल्लू के परिवार का सदस्य खेम्मू है। खेम्मू की बबुली से लल्लू ने ही पहचान कराई थी। लल्लू के पकड़े जाने के बाद खेम्मू ने गैंग से ताल्लुक बढ़ा लिए थे। वह अकसर डकैतों के लिए जरूरत का सामान लेकर जाता था।
मुठभेड़ से बचकर भागा
पुलिस का कहना है कि कुछ दिनों पहले उप्र पुलिस की डकैत बबुली कोल से मुठभेड़ हुई थी। तब खेम्मू गैंग के साथ था और गिरोह खाना छोड़कर भाग निकला था। दस्यु दल से मुठभेड़ के दौरान अलग हुआ खेम्मू कोठी के बंधवा गांव में अपने ससुराल आकर रहने लगा था। पुलिस को मुठभेड़ के बाद से ही उसकी तलाश थी। जब मुखबिर से पता लगा कि खेम्मू डकैतों को सामान देने जा रहा है तो उसकी घेराबंदी कर पकड़ा गया।