समाज के प्रवक्ता आनंद जैन ने बताया कि शोभायात्रा के साथ ही उत्तम, क्षमा, मार्दव आर्जव, सत्य, शौच तप, त्याग, आंकिचन और बद्यचर्य तक की यात्रा करने वाले दिगंबर जैन समाज के दशलक्षणा पर्व का भक्ति आराधना के साथ समापन हो गया। मंदिर में सुबह से ही पूजा-अर्चना का सिलसिला शुरू हो गया था। सरस्वती भवन में दीपक भैया के संचालन में अभिषेक पूजन किया गया। शांतिधारा करने का सौभाग्य गुरुवार को महेंद्र जैन, अभय पुस्तक व विनोद जैन परिवार को मिला। वहीं शोभायात्रा के बाद मंदिर में अभिषेक करने का सौभाग्य डॉ. अरविंद सराफ, डॉ. राजकुमार व डॉ. राजेश जैन को प्राप्त हुआ।
इस दौरान सभी ने गले मिलकर एक-दूसरे से क्षमा याचना की। विद्वान दीपक भैया को सम्मानित किया गया। पर्युषण पर्व के संचालक प्रमोद जैन ने सभा का संचालन किया। साथ ही समाज के उपाध्यक्ष डॉ. अरविंद सराफ, दिनेश जैन, कोषाध्यक्ष पीयूष जैन, धार्मिक संयोजक आनंद जैन, महामंत्री धीरज जैन व प्रभात जैन ने आभार जताया। जैन नवयुवक मंडल ने भक्तांबर महाकाव्य पर आरती प्रतियोगिता कराई।