पटाखा दुकान लगाने व बिक्री के लिए १६ दिन की अनुमति दी गई है। इसके तहत दीपावली के लिए 10 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक और एकादशी के लिये 30 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक बिक्री की अनुमति होगी।
व्यंकट-2 स्कूल मैदान में दुकानों को एल आकार में लगाया जाएगा। किसी भी दुकान को आमने-सामने नहीं रखा जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से तीन गेट रखे जाएंगे। अन्य स्थानों पर दुकान लगाए जाने पर सामग्री जब्त कर लाइसेंस निरस्त कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विक्रय स्थान पर एक चार की गार्ड की व्यवस्था रहेगी।
दुकानों का आवंटन नगर निगम द्वारा नियत राशि जमा कराकर किया जाएगा। मौके पर फायर बिग्रेड, पानी टैंकर, रेत साफ-सफाई, भूमि समतलीकरण व मैदान में समुचित प्रकाश की व्यवस्था करेगा। दुकान संचालक दो बाल्टी में पानी, रेत व अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था करेंगे।
– पटाखों को सुरक्षित व अज्वलनशील सामग्री से बने शेड में रखा जाएगा।
– आतिशबाजी की दुकानें एक-दूसरे से तीन मीटर की दूरी पर होंगी।
– दुकानें किसी भी संरक्षित स्थल से 50 मीटर की दूरी पर होंगी।
– पटाखा दुकानें एक-दूसरे के आमने-सामने नहीं लगेंगी।
– पटाखा दुकानों में प्रकाश के लिए किसी भी प्रकार तेल लैम्प, गैस लैम्प, खुली बिजली बत्तियों का उपयोग नहीं किया जाएगा।
– किसी भी दुकान के 50 मीटर के अंदर आतिशबाजी का प्रदर्शन सख्ती से प्रतिबंधित रहेगा।
पंडित हरीनारायण शास्त्री की मानें तो इस वर्ष दिवाली १९ अक्टूबर दिन गुरुवार को पड़ रही है। दिवाली में पूजा करने के लिए तीन प्रकार के मुहूर्त है। तीनों मुहूर्तों में पूजा का विशेष महत्व है। इसदिन भगवान गौरी-गणेश और धन के देवता कुबेर सहित विष्णु भगवान की पूजा की जाती है। प्रदोष काल मुहूर्त समय १ घंटा और ५ मिनट जबकि मां लक्ष्मी की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05.43 से लेकर रात 08.06 बजे तक रहेगा। चौघडिय़ा पूजा सुबह ६.२८ से लेकर ७.५३ और शाम ४.१९ से ८.५५ तक रहेगा। महानिशिता काल के मुहूर्त में लक्ष्मी पूजा की अवधि ५१ मिनट बताई गई है।