होम वर्क पूरा, नामों का रजिस्टर तैयार पार्टी के अंदरखाने से आई जानकारियों को मानें तो जिलों के संगठनात्मक बदलाव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से गंभीर हो गई है। एआईसीसी महासचिव एवं मध्यप्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया, एआईसीसी सचिव एवं मध्यप्रदेश प्रभारी सुधांशु त्रिपाठी सहित एआईसीसी समन्वयक दिलीप वाजपेयी ने इस दिशा में अपना होम वर्क लगभग पूरा कर लिया है। जिलेवार रजिस्टर तैयार किए जा चुका है और उसमें सभी सक्रिय नामों और उनकी गतिविधियों का लेखाजोखा मौजूद है। अब इस आधार पर आगे की कवायद शुरू है। जिले के लिए उपयुक्त नामों पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, बड़े नेताओं से भी चर्चा की जा रही। साथ ही दिल्ली रैली के लिए सतना पहुंचे पदाधिकारियों ने भी इस दौरान काफी कुछ जानकारियां अपने स्तर पर भी इकट्ठा कर ली थीं।
चर्चा इन नामों की
जो जानकारी आई है उसके अनुसार जिलाध्यक्ष पद के लिए राजाराम त्रिपाठी, मनीष तिवारी, उर्मिला त्रिपाठी, राजेंद्र मिश्रा, अजीत पटेल, दिनेश दुबे, प्रागेंद्र बागरी, राजीव वैरागी के नामों पर विचार किया जा रहा। इनके अलावा भी कुछ और हैं जो अपने स्तर पर दिल्ली तक की दौड़ लगा चुके हैं। अपने नाम विचार में लाने अपने आकाओं की चौखट पर पहुंच रहे हैं।
यह होंगे मापदण्ड इस बार संगठनात्मक सक्रियता को लेकर कांग्रेस गंभीर है। निर्विवादित और साफ चेहरा देना चाहती है। साथ ही सभी से सामंजस्य और गुटबाजी से परे चेहरे की दिशा पर भी फोकस है। 10 सालों में इनकी कांग्रेस के प्रति गतिविधियां और सक्रियता क्या रही हैं, इसका भी विश्लेषण किया जा रहा है। कवायद यह की जा रही कि पंचायत चुनावों के पहले नामों पर अंतिम मुहर लग जाए।