पं. जगन्नाथ मिश्र ने बताया, त्रयोदशी 25 अक्टूबर की शाम 4.31 बजे से प्रारंभ होकर 26 की दोपहर 2.08 बजे तक रहेगी। इसलिए खरीदारी का शुभ मुहूर्त दोनों दिन रहेगा। शुक्रवार को शाम 6.55 से रात 8.50 बजे तक व शनिवार को सुबह 8.05 बजे से 10.27 बजे तक खरीदारी हो सकेगी। स्थिर लग्न में 11.24 से 12.27 बजे तक खरीदारी कर सकेंगे।
कार्तिक माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानी शनिवार 26 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी है। इस दिन यम तर्पण और दीपदान किया जाता है। यम तर्पण के निमित्त काल में दक्षिण दिशा की ओर मुख कर जल, तिल और कुशा लेकर दीपक प्रज्वलित किया जाता है। जबकि दीपदान में प्रदोष काल के समय तिल के तेल से भरे 14 दीपक लेकर पूजन कक्ष, बाग बगीचे, खेत-खलियान, तुलसी चौरा, गली, गौशाला व दूसरे स्थानों पर दीप प्रज्वलित किए जाते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से यमराज संतुष्ट होते हैं।
द्वितीया तिथि यानी मंगलवार को भाई दूज और चित्रगुप्त पूजा है। इस दिन बहन के घर जाकर भाई भोजन करते हैं। शास्त्रों में उल्लेख है कि यमदेव की बहन यमुना ने इस दिन यम को भोजन कराया था। यमदेव ने उसे वरदान दिए थे। कायस्थ समाज के लोग भगवान चित्रगुप्त की पूजा करते हैं। पूजा के लिए मुहूर्त सुबह 8.40 बजे से दोपहर 12. 54 बजे तक है।
अन्नकूट गोवर्धन पूजा 28 को अक्टूबर सोमवार को होगी। इसके लिए शुभ मुहूर्त सुबह 9. 45 से 10.03 बजे और दोपहर 12.54 से शाम 5.08 बजे तक है। शास्त्र के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्रदेव के मान मर्दन के लिए गोवर्धन की पूजा शुरू कराई थी। आंगन में गोवर्धन पूजन किया जाता है। विशेष व्यंजन चढ़ाए जाते हैं।
कार्तिक अमावस्या के दिन रविवार को दीपावली है। लक्ष्मी-गणेश, कुबेर, सरस्वती, महाकाली की पूजा होगी। पूजन के लिए शुभ मुहूर्त संध्या 5.10 से 5.58 बजे और 6.16 से 8.14 बजे के बीच है। लक्ष्मी-गणेश, कुबेर पूजन के विशिष्ट मुहूर्त रात 12.44 से 2.55 बजे भी हैं। विशिष्ट मुहूर्त में कल कारखाने, दफ्तर में पूजा की जाती है।