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सतना

डबल मर्डर: पुलिस की पकड़ से दूर हैं आरोपी

मृतका के शव का हुआ अंतिम संस्कार, आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिया ज्ञापन, सीसीटीवी फुटेज में मिले अहम सुराग

सतनाJan 19, 2021 / 11:41 pm

Dhirendra Gupta

Double Murder: Accused are away from police's hold

Double Murder: Accused are away from police’s hold

सतना. चित्रकूट में कार सवार युवक युवती की गोली मारकर हत्या करने वाला मुख्य संदेही अब तक पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है। पुलिस की पांच अलग अलग पार्टियां उसकी तलाश में जुटी हुई हैं। पुलिस को कुछ सीसीटीवी फुटेज भी मिले हैं जिसमें अहम सुराग हाथ लगे हैं। यहां मंगलवार को मृतका के शव का पोस्टमार्टम पुलिस की मौजूदगी में करा दिया गया। इसी मामले में अब आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह को क्ष्त्रिय समाज की पूनम सिंह की ओर से ज्ञापन दिया गया है। जिसमें बताया गया कि वारदात का मुख्य संंदेही पुष्पराज सिंह मृतका प्रिया के भाई प्रागेन्द्र के ऊपर गोली चलवा चुका है और लंबे अर्से से वह परिवार को प्रताडि़त कर रहा था। जिसकी कई शिकायतें पुलिस के पास की गईं। लेकिन ठोस कार्रवाही नहीं हुई।
आरोपी एक कारनामे अनेक
चित्रकूट में डबल मर्डर के आरोपी के तौर पर जिस कानूनी जानकार पर उंगली उठाई जा रही है उसके कारनामों की परतें अब धीरे-धीरे खुल रही हैं। बीते रविवार को नयागांव थाना क्षेत्र में प्रिया सिंह परिहार और अनुज दीक्षित की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बताते हैं कि यह लोग जिस कार में थे उसका पीछा करने वाले एक वाहन ने पीछे से ठोकर मारी और जब कार अनियंत्रित होकर पलट गई तो प्रिया और अनुज पर गोलियां दागते हुए उनकी हत्या कर दी गई। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए। इस घटनाक्रम के लिए प्रिया के परिजनों ने अपने परिचित एक वकील पुष्पराज सिंह पर आरोप लगाया है।
फर्जी अंकसूची का कारोबार
कानून के जानकार पुष्पराज सिंह पर दोहरे हत्याकांड के लिए उंगली उठाए जाने के बाद अब तरह-तरह की जानकारी सामने आ रही है। इस संबंध में आधिकारिक पुष्टि जांच के बाद ही संभव है। बताते हैं कि पुष्पराज सिंह का असली कारोबार शिक्षा है। वह स्कूल और कॉलेजों का संचालन कर रहा है। इस पर फर्जी अंकसूची का काला कारोबार करने का भी इल्जाम है। आरोप है कि इसकी और इसकी पत्नी की एलएलएम की डिग्री फर्जी है। फर्जी डिग्रियों के दम पर इसके द्वारा जिले के मैहर में लॉ कॉलेज चलाया जा रहा है। एक शिकायतकर्ता उमेश श्रीवास्तव की शिकायत के बाद सचिव जिला अधिवक्ता संघ ने जांच कार्रवाही की मांग उच्च स्तर पर की थी। यह बता भी सामने आई है कि उमेश की शिकायत पर तत्कालीन एसपी ने सीएसपी को आवेदन जांच के लिए भेजा था और फिर मामला सिविल लाइन होते हुए सिटी कोतवाली भेज दिया गया। इसके बाद जांच आगे नहीं बढ़ सकी। इस बात की पुष्टि सिटी कोतवाली की निरीक्षक अर्चना द्विवेदी ने भी की है कि जब वह सिविल लाइन में थीं तो शिकायत आई थी जिसे कोतवाली भेजा गया था।
आखिर वजह क्या है?
प्रिया सिंह की हत्या के बाद सवाल हो रहा है कि अगर कत्ल के पीछे पुष्पराज सिंह का हाथ है तो इसकी वजह क्या है? पुलिस भी इसका जवाब तलाश रही है। ऐसा पता चला है कि प्रिया सिंह इस पुष्पराज सिंह के स्कूल और कॉलेज में काफी समय तक काम करती रही है। ऐसे में सवाल लाजिमी हो जाता है कि क्या प्रिया इस पुष्पराज सिंह के किसी गहरे राज से वाकिफ थी? क्या उसने पुष्पराज को कभी राज खोलने की धमकी दी थी? चर्चा है कि पुष्पराज सिंह और उसके बेटे पिछले कुछ समय से प्रिया को लगातार परेशान कर रहे थे, जिससे तंग होकर उसने पुलिस से मदद भी मांगी थी। सवाल है कि आखिर प्रिया को किस कारण परेशान किया जा रहा था? क्या उसी कारण प्रिया की हत्या हुई है?
साजिश में कौन कौन?
प्रिया की मौत के बाद उसके परिजनों द्वारा एडवोकेट पुष्पराज सिंह पर आरोप लगाए जाने पर पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी है। पुलिस की कई टीमें मप्र और उप्र के इलाकों में भटक रही हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी पर एसपी धर्मवीर सिंह ने १० हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया है। पुष्पराज सिंह के परिजनों से भी जरूरी जानकारी जुटाई जा रही है। पता चला है कि पुष्पराज सिंह के दो सेलफोन उसके घर पर ही मिले हैं। इस स्थिति में सवाल है कि क्या वाकई पुष्पराज सिंह ने कानूनी दांवपेच का इस्तेमाल कर इस जघन्य दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया है। अगर हां, तो साजिश के भागीदार कौन-कौन हैं?
परिजन करते रहे शिकायत
जानकारी मिली है कि 9 दिसंबर 2019 को प्रिया की मां पूनम सिंह ने भी पुष्पराज सिंह के खिलाफ सिविल लाइन थाने में शिकायत की थी। जिसमें आरोप लगाया था कि पुष्पराज सिंह गुंडों के जरिए उनका और उनकी बेटी का पीछा कराता है। उसने घर से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है। एक रिपोर्ट प्रिया के पिता पुष्पेंद्र सिंह परिहार पुत्र रामगोपाल सिंह परिहार ने भी 5 मार्च 2020 को सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई थी। मारपीट की शिकायत में उनके द्वारा चार नामजद आरोपी बताए गए थे।
दोनों कहां जा रहे थे?
प्रिया सिंह के साथ अनुज को मौत के घाट उतारा गया है। अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि प्रिया और अनुज एक साथ कहां और क्यों जा रहे थे। शुरुआती दौर में यह बात सामने आई थी कि प्रिया अपने घर से कोचिंग के लिए निकली थी। सवाल अभी काबिज है कि अगर वह घर से कोचिंग के लिए निकली थी तो अनुज के साथ घटनास्थल तक कैसे पहुंच गई? एक बात यह भी कि वह सूट पहन कर निकली थी और घटनास्थल में साड़ी पहने मिली।
क्या अनुज पर था निशाना
इस दोहरे हत्याकांड को लेकर अब एक सवाल यह भी होने लगा है कि कहीं यह हमला प्रिया की बजाय अनुज को टारगेट कर के तो नहीं किया गया था? कहीं यह शराब के अवैध कारोबार से जुड़ा घटनाक्रम तो नहीं है? ऐसा तो नहीं है कि रंजिशन हमलावरों ने अनुज पर निशाना साधा और साथ में प्रिया के होने के कारण उसे भी जान से मारना मजबूरी बन गई। ताकि चश्मदीद गवाह न बचे? उल्लेखनीय है कि अनुज भाठिया ग्रुप की शराब कंपनी रोजवुड के लिए काम करता था। शराब कंपनी के लोगों का अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों से विवाद होना कोई नई बात नहीं है।
आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने की मांग
मंगलवार को पुष्पराज सिंह को दोहरे हत्याकांड के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए पीडि़त परिवार की महिलाओं ने एक ज्ञापन पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह को दिया है।
पूनम सिंह की ओर से पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि पुष्पराज सिंह ग्लोबल कान्वेंट स्कूल का संचालक है। जहां प्रिया शिक्षिका थी। पुष्पराज सिंह की प्रताडऩा से उसने नौकरी छोड़ दी थी। जिससे खफा होकर पुष्पराज सिंह ने और अधिक परेशान करना शुरू कर दिया था। वह लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा था। पुलिस अधीक्षक को बताया गया है कि एक वर्ष पहले प्रिया सिंह के भाई प्रागेंद्र पर भी गोली चलाकर मारने का प्रयास किया गया था।
आरोपी को जल्द गिरफ्तार किए जाने की मांग करते हुए कहा गया है कि पुष्पराज सिंह की हरकतों से पुलिस को लगातार अवगत कराया गया। लेकिन प्रभावी कार्यवाही न होने से उसका इतना हौसला बढ़ा कि उसने बेखौफ होकर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दे दिया। अगर अब भी इसकी जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो यह फिर कोई और बड़ी घटना कर सकता है। स्वतंत्र रहकर इसके द्वारा गवाहों और सबूतों को प्रभावित किया जा सकता है। पुलिस अधीक्षक को बताया गया है कि आरोपी पुष्पराज सिंह जो शिक्षा का कारोबार करता है उसने कई सरकारी जमीनों पर कब्जा भी कर रखा है। यह आरोपी दबंग किस्म का राजनीतिक पहुंच वाला है।

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