इस सीट का एक और रोचक किस्सा है। वो है बाहरी उम्मीदवार का। बुंदेलखंड की राजनीति का केंद्र रहे खजुराहो संसदीय क्षेत्र में अभी तक किसी भी दल ने स्थानीय उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा। हर बार यहां उम्मीदवार बाहरी होता है और जनता दो बाहरी नेताओं में से किसी एक को चुनती आई है। यहां के मतदाताओं के सामने ‘स्थानीय’ उम्मीदवार जैसा कोई मुद्दा नहीं है। वो हर बार किसी बाहरी प्रत्याशी को ही अपना सांसद चुन रहे हैं। बीजेपी को इस सीट पर अब तक 7 चुनावों में जीत मिली है। कांग्रेस को 6 बार जीत मिली है बीते 3 चुनावों से बीजेपी यहां से लगातार चुनाव जीत रही है। कांग्रेस को आखिरी बार इस सीट पर 1999 में जीत मिली थी।
गौरतलब है कि, विष्णुदत्त शर्मा छात्र राजनीति की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की। आप जिला संगठन मंत्री से लेकर जिला संयोजक, प्रदेश मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष तक रहे। फिर इसके बाद करीब 6 से 7 साल पहले भाजपा से जुड़ गए। यहां भी संगठन का कार्य देख रहे थे। कई चुनावों में संगठनात्मक प्रभारी भी रहे। प्रदेश की भाजपा राजनीति में बड़ा नाम जाना जाता है। इसलिए केन्द्रीय पदाधिकारियों ने वीडी शर्मा के नाम पर सहमति दे दी।
भाजपा ने खजुराहो लोकसभा क्षेत्र से मुरैना के बीडी शर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम ने उनके प्रत्याशी बनाए जाने की पुष्टि की। वीडी शर्मा प्रदेश के बड़े भाजपा नेताओं में गिने जाते हैं, संभवतया इसी कारण से पार्टी ने एक दर्जन स्थानीय दावेदारों को दरकिनार करते हुए उन्हें प्रत्याशी बनाया है। भाजपा की टिकट घोषित होने के बाद सोशल मीडिया में स्थानीय बनाम बाहरी प्रत्याशी का मामला तेज हो चला गया है। आगामी दिनों यह मामला और भी अधिक तूल पकड़ सकता है। हालांकि भाजपा नेताओं ने उन्हें कुसल संगठन क्षमता वाला नेता बताते हुए जीत के प्रति आशा जताई है।
2011 की जनगणना के मुताबिक खजुराहो की जनसंख्या 25 लाख 87 हजार 685 है। यहां की 81.78 फीसदी आबादी ग्रामीण और 18.22 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्र में रहती है। खजुराहो में 18.57 फीसदी अनुसूचित जाति और 15.13 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की है।
– 1977 में भारतीय लोकदल के लक्ष्मी नारायण नाइक
– 1980 में कांग्रेस की विद्यावती चतुर्वेदी
– 1984 में कांग्रेस की विद्यावती चतुर्वेदी
– 1989 से 1998 तक भाजपा की उमा भारती
(लगातार चार बार यहां से चुनाव जींती)
– 1999 कांग्रेस के सत्यव्रत चतुर्वेदी
– 2004 भाजपा के डॉ रामकृष्ण कुसमारिया
– 2009 में भाजपा के जीतेन्द्र सिंह बुंदेला
– 2014 में भाजपा के नागेन्द्र सिंह