शहर की महिलाएं और लड़कियां छोटे-छोटे फंक्शन के लिए ऑर्टिफिशियल ज्वेलरी को ही कैरी करना पसंद करती हैं। इस तरह के फंक्शन में वे डायमंड, गोल्ड, सिल्वर गोल्ड की लाइटवेट ज्वेलरी को पसंद करती हैं। हल्दी व मेहंदी प्री-वेडिंग कार्यक्रम में भी इस तरह की ज्वेलरी की मांग काफ ी बढ़ रही है। फ्लोरल व पेपर ज्वेलरी हल्की होने के साथ ही सस्ती भी होती है। फैशन डिजाइनर बॉबी के मुताबिक आर्टिफि शियल ज्वेलरी की तेजी से मांग बढ़ रही है। बाजार में 20 रुपए से इसकी रेंज शुरू हो जाती है। ओवरसाइज ईयररिंग्स व मांग टीका भी ट्रेंड में बना हुआ है। इनमें पर्ल स्टोन्स, जेमस्टोन्स व कुंदन का वर्क काफ ी आकर्षित करता है।
रेड रूबी स्टोन का क्रेज ज्वेलरी में स्टोन का क्रेज काफ ी पुराना रहा है। स्टोन में सबसे अधिक रेड रूबी और स्पिनेल्स का ट्रेंड पसंद किया जा रहा। साथ ही पेरीडॉट और एक्वामरीन रंग के स्टोन भी पसंद किए जा रहे हैं। डेली वियर के तौर पर रोज गोल्ड और हल्की ज्वेलरी पसंद की जा रही है। इन दिनों चौकर नेकलेस का ट्रेंड खूब देखने को मिल रहा है। वेडिंग लुक के साथ फेस्टिव लुक में इन्हें पहना जा रहा है। इसे किसी भी तरह की ड्रेस के साथ पहना जा सकता है।
ज्वैलरी एक्सपर्ट नीतू मेहंदीरत्ता का कहना है कि टेंपल ज्वेलरी का ट्रेंड हमेशा एवरग्रीन है जो आपको ट्रेडिशनल गेटअप व ग्रेस देगी। कुछ साल से मेटल की बजाय गोल्ड टेंपल ज्वेलरी छाई हुई है। इसके मोटिफ्स में देवी-देवताओं और नैचुरल ऑब्जेक्ट्स की कृतियों को खास जगह दी गई है। यह न सिर्फ फेस्टिव सीजन के लिए परफेक्ट है बल्कि दुल्हनों के बीच भी टेंपल हार, माथापट्टी, कमरबंद और कानफ ूल का क्रेज देखने को मिल रहा है। साउथ इंडियन कल्चर की यह हैरीटेल ज्वेलरी हर ब्राइड्स की पसंद बन रही है। ब्यूटी एक्सपर्ट की मानें तो इन दिनों ब्राइडल को वे ज्वेलरी में यूनिक ट्विस्ट देने के लिए टेंपल ज्वेलरी कैरी करने की सलाह दे रही हैं।
लाइटवेट और इनोवेटिव डिजाइन गोल्ड शॉप ओनर मेहूल अग्रवाल का कहना है कि पहले महिलाएं भारी ज्वेलरी खरीदना पसंद करती थीं पर अब वे लाइटवेट ज्वेलरी की खरीदी में इंटरेस्ट दिखाने लगी हंै। हमारी भी पूरी कोशिश होती है कि हम कस्टमर्स को नए जमाने की डिजाइन ज्वैलरी उपलब्ध कराएं। हर महिला ज्वैलरी की खरीदारी अपनी बचत के अनुसार करती है और करती रहेगी। कई महिला कस्टमर्स एेसी हैं, जो हर साल ज्वैलरी में लाखों रुपए खर्च करना पसंद कर रही हैं।