पुलिस सूत्रों के अनुसार रविवार देर रात गश्ती दल चोरहटा बायपास की गश्त पर था। इसी दौरान स्थानीय लोगों ने चंदुआ नाले के समीप सड़क पर लावारिस हालत में कागज के कार्टून और बोरियां रखी होने की सूचना दी थी। पड़ताल करने पर आस पास कोई नहीं मिला।
गश्ती दल को देखकर भागे काफी खोजबीन के बाद कार्टूंस को खोला गया तो पुलिस टीम जिलेटिन की छडें देख भौचक्की रह गई। जब्ती में लेकर पुलिस उसे चोरहटा थाने ले आई। चार कार्टून्स व बोरियों की तौल कराई गई तो १.१५ क्विंटल जिलेटिन की छड़ें निकली। पुलिस ने आशंका जताई कि विस्फोटक तस्करों ने गश्ती दल को देखकर उसे लावारिस छोड़ भागे होंगे।
इतने में तो एक कॉलोनी उड़ जाती
जितना विस्फोटक चंदुआ नाला के समीप से बरामद किया गया है, उतने में तो एक पूरी कॉलोनी को उड़ाया जा सकता था। लेकिन अभी तक तस्करों का पता नहीं चल पाया है। जिससे यह जानकारी नहीं लगी कि यह विस्फोटक कहां डिलेवर किया जाना था। बरामद माल की अनुमानित कीमत करीब पचास हजार रुपए है। पुलिस अब विस्फोटक के बैच नम्बर के आधार पर उसकी जांच कर रही है।
खदानों में होता है उपयोग
आमतौर पर बरामद किए गए जिलेटिन का खदानों में उपयोग होता है। पत्थर तोडऩे के लिए इसे सुरंग बनाकर लगाया जाता है। आशंका जताई जा रही है कि चोरहटा थाना क्षेत्र के तिघरा, बनकुंईया, नौवस्ता सहित अन्य स्थानों में संचालित खदानों में उपयोग के लिए विस्फोटक ले जाया जा रहा था। इससे पूर्व भी जिले में कई बार विस्फोटक पकड़ा जा चुका था।
चार कार्टून और बोरी में भरा जिलेटिन बरामद हुआ है। रात में उसे कोई बाईपास में लावारिस हालत में छोड़कर चला गया था। माल को जब्त कर पूरे मामले की जांच की जा रही है। बैच नम्बर के आधार मालिक का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
नागेन्द्र सिंह, थाना प्रभारी चोरहट