मध्य प्रदेश गरीब सेना ने पुलिस लॉकअप में मौत प्रकरण में सिंहपुर थाना प्रभारी समेत अन्य सभी पुलिसकर्मियों को आरोपी करार देते हुए प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवार को नौकरी तथा दो करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की मांग की है। साथ ही थाना प्रभारी व समस्त स्टॉफ की फारेसिंक जांच कराने और गरीब सेना ने थाना प्रभारी विक्रम पाठक एवं अन्य आरक्षकों की अकूत संपत्ति की भी जांच कराने की शासन से मांग की है। गरीब सेना के नेताओं ने मंगलवार 29 सितंबर को दोपहर 12 बजे मध्य प्रदेश सरकार को संबोधित ज्ञापन कलेक्टर को सौपा।
ये भी पढें- थानेदार की सर्विस रिवाल्वर से आरोपी की मौत पर MP में शुरू हुई राजनीति गरीब सेना के मित्रों ने कहा है कि सिंहपुर थाना प्रभारी विक्रम पाठक एवं आरक्षकों ने राजपति कुशवाहा को गांव के लल्लू गर्ग की शिकायत पर रविवार को दोपहर थाने लाए। कुशवाहा को लॉकअप में बंद कर दिया, फिर शराब के नशे में चूर थाना प्रभारी ने अपनी वर्दी का रौब दिखाते हुए राजपति के सिर पर गोली मार दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
मांग करने वालों में गरीब सेना के मित्र एडवोकेट केपी पाल, पूर्व पार्षद महिंद वर्धन सिद्धार्थ, प्रदेश अध्यक्ष रामनिरंजन विश्वात्मा, जनपद सदस्य सुदामा प्रजापति, नंदकिशोर प्रजापति, ओपी गुप्ता, उपाध्यक्ष संजू सिंह, पूर्व जनपद सदस्य केपी दाहिया सहित अन्य लोग शामिल रहे।