तहसीलदार ने अपना प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपने की बात कही है। उधर, मामले में विवि के दूरवर्ती शिक्षा विभाग के उप कुलसचिव कमलेश कुमार थापक ने जांच के लिए अलग से टीम भेजने की बात कही है। बताया है कि प्रतिवेदन मिलने पर सेंटर की परीक्षा निरस्त कर दी जाएगी।
दरअसल, कलेक्टर सतेंद्र सिंह को सूचना मिली थी कि कामता टोला स्थित केसी जैन कॉलेज में ग्रामोदय विवि की दूरवर्ती परीक्षाओं में व्यापक पैमाने पर नकल हो रही है। इस पर कलेक्टर ने तहसीलदार रघुराजनगर मानवेन्द्र सिंह को मौके पर भेजा। तहसीलदार अपने साथ नजूल तहसीलदार शैलेन्द्र बिहारी शर्मा सहित मैदानी राजस्व अमली की टीम लेकर कॉलेज पहुंचे तो पाया कि यहां गेट बंद है।
मनमर्जी से बैठे थे परीक्षार्थी
परीक्षा कक्ष में विद्यार्थियों के बैठने के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे। न तो इन्हें रोल नंबर से बैठाया गया था और न परीक्षार्थियों के बीच में कोई दूरी रखी गई थी। स्थिति देख कर टीम हैरान रह गई। केन्द्र में पांच कक्ष निर्धारित किए गए थे, लेकिन मौके पर सात कक्ष में परीक्षाएं संचालित मिलीं। परीक्षा कक्ष में जांच के दौरान व्यापक अव्यवस्था मिली। यहां चार नकलची पकड़े गए। इनके नकल प्रकरण तहसीलदार ने कायम किए और दूसरी उत्तर पुस्तिकाएं दी गई। इस दौरान गाइड और चुटके बरामद किए गए तो एक मोबाइल भी जब्त किया गया।
परीक्षा कक्ष में विद्यार्थियों के बैठने के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे। न तो इन्हें रोल नंबर से बैठाया गया था और न परीक्षार्थियों के बीच में कोई दूरी रखी गई थी। स्थिति देख कर टीम हैरान रह गई। केन्द्र में पांच कक्ष निर्धारित किए गए थे, लेकिन मौके पर सात कक्ष में परीक्षाएं संचालित मिलीं। परीक्षा कक्ष में जांच के दौरान व्यापक अव्यवस्था मिली। यहां चार नकलची पकड़े गए। इनके नकल प्रकरण तहसीलदार ने कायम किए और दूसरी उत्तर पुस्तिकाएं दी गई। इस दौरान गाइड और चुटके बरामद किए गए तो एक मोबाइल भी जब्त किया गया।
व्यापक पैमाने पर नकल सामग्री
गेट बंद रहने के दौरान जब परीक्षा केन्द्र प्रभारी को तहसीलदार की टीम के आने का पता चला तो आनन-फानन नकल सामग्री लेकर परिसर में ही फिंकवा दी गई। इसे तहसीलदार की टीम ने पकड़ा। नकल सामग्री हो रहे पेपरों की ही थी। इस दौरान नजूल तहसीलदार शैलेन्द्र बिहारी शर्मा ने कालेज के प्राचार्य को जमकर फटकार लगाई। साथ ही वहां ग्रामोदय के समन्वयक की कार्यप्रणाली पर खरी खोटी सुनाई।
गेट बंद रहने के दौरान जब परीक्षा केन्द्र प्रभारी को तहसीलदार की टीम के आने का पता चला तो आनन-फानन नकल सामग्री लेकर परिसर में ही फिंकवा दी गई। इसे तहसीलदार की टीम ने पकड़ा। नकल सामग्री हो रहे पेपरों की ही थी। इस दौरान नजूल तहसीलदार शैलेन्द्र बिहारी शर्मा ने कालेज के प्राचार्य को जमकर फटकार लगाई। साथ ही वहां ग्रामोदय के समन्वयक की कार्यप्रणाली पर खरी खोटी सुनाई।
20 मिनट तक नहीं खुला गेट
तहसीलदार की टीम ने जब गेट खुलवाने का प्रयास किया तो कॉलेज प्रबंधन ने 20 मिनट तक गेट नहीं खोला। इस दौरान ऊपर परीक्षा कक्षों से नकल सामग्री इकट्ठा कर बाहर फेंकी जा रही थीं। जब ज्यादातर नकल सामग्री हटा ली गई और इधर तहसीलदार का दबाव बढ़ा तब गेट खोला गया। गेट खुलने पर टीम अंदर पहुंची तो परीक्षा कक्ष में भी दरवाजे बंद मिले। इन्हें खुलवाया गया तो कक्ष में परीक्षा जैसी स्थिति ही नहीं दिख रही थी।
तहसीलदार की टीम ने जब गेट खुलवाने का प्रयास किया तो कॉलेज प्रबंधन ने 20 मिनट तक गेट नहीं खोला। इस दौरान ऊपर परीक्षा कक्षों से नकल सामग्री इकट्ठा कर बाहर फेंकी जा रही थीं। जब ज्यादातर नकल सामग्री हटा ली गई और इधर तहसीलदार का दबाव बढ़ा तब गेट खोला गया। गेट खुलने पर टीम अंदर पहुंची तो परीक्षा कक्ष में भी दरवाजे बंद मिले। इन्हें खुलवाया गया तो कक्ष में परीक्षा जैसी स्थिति ही नहीं दिख रही थी।
कालेज में गेट बंद कर नकल कराई जा रही थी। चार नकल के प्रकरण बने हैं। भारी नकल सामग्री पाई गई है। प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा जाएगा।
मानवेन्द्र सिंह, तहसीलदार जैसा बता रहे हैं तो यह गंभीर मामला है। कल हमारी टीम मौके पर जाएगी। साथ ही प्रतिवेदन के आधार पर सेंटर की परीक्षा भी निरस्त की जा सकेगी।
डॉ. कमलेश कुमार थापक, उप कुलसचिव ग्रामोदय विवि
मानवेन्द्र सिंह, तहसीलदार जैसा बता रहे हैं तो यह गंभीर मामला है। कल हमारी टीम मौके पर जाएगी। साथ ही प्रतिवेदन के आधार पर सेंटर की परीक्षा भी निरस्त की जा सकेगी।
डॉ. कमलेश कुमार थापक, उप कुलसचिव ग्रामोदय विवि