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सतना

केन्द्र सरकार ने दी बड़ी राहत: बच्चों के बस्ते का बोझ हुआ हल्का, पहली-दूसरी कक्षा में होमवर्क भी बंद

सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर राज्य शासन ने जारी किया आदेश

सतनाJul 12, 2019 / 12:46 pm

suresh mishra

Great relief to schoolchildren in MP reduce weight of school bags

Great relief to schoolchildren in MP reduce weight of school bags

सतना। प्रदेश सरकार ने स्कूली बच्चों को बड़ी राहत दी है। कक्षा पहली से कक्षा 10वीं तक के बच्चों के बस्ते का बोझ कम कर दिया है। बस्ते में कितनी किताबें ले जानी हैं यह भी तय कर दिया है। बच्चों पर किसी प्रकार का मानसिक दबाव न बने, इसके लिए पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को होम वर्क देने पर रोक लगा दी गई है। खास बात यह कि आदेश सभी सरकारी और प्राइवेट विद्यालयों सहित अनुदान प्राप्त स्कूलों पर भी लागू होगा।
इसके बाद अब प्राइवेट विद्यालयों में भी मनमानी किताबें चलाने की प्रवृत्ति पर रोक लगेगी। स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव प्रमोद सिंह के हस्ताक्षर से जारी आदेश में स्कूलों का कक्षावार वजन निर्धारित किया गया है। यह आदेश मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के अक्टूबर 2018 के निर्देश, म.प्र. बाल अधिकार संरक्षण आयोग एवं सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के परिप्रेक्ष्य में जारी किया गया है। इसमें स्पष्ट कहा गया कि यह आदेश शासकीय, अशासकीय और अनुदान प्राप्त विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के बस्तों पर लागू होगा।
बंद होगी निजी स्कूलों की मनमानी
राज्य शासन ने यह आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावशील कर दिया है। विभागीय जानकारों का कहना है कि इससे सबसे ज्यादा निजी विद्यालयों की मनमानी पर लगाम लगेगी। अपने फायदे के लिए निजी विद्यालय मनमानी किताबें चलाते हैं, इतनी संख्या कर देते हैं कि उनका वजन अधिक हो जाता है। साथ ही सीबीएसई मान्यता प्राप्त विद्यालय तो स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बात भी अनसुनी कर देते हैं। लेकिन, इस आदेश में जिस तरह से मानव संसाधन विकास मंत्रालय, बाल अधिकार आयोग और सुप्रीम कोर्ट का हवाला है, ऐसे में अब सीबीएसई और आसीएसई मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों को भी इस आदेश को मानना होगा।
बस्तें में किताबों की संख्या
विभाग ने बच्चों के बस्तों में किताबों की संख्या भी तय कर दी है। ज्यादा किताबें होने पर कार्रवाई की जाएगी। कहा गया कि राज्य शासन से निर्धारित एवं एनसीआरटी से नियत पाठ्यपुस्तकों से अधिक पुस्तकें विद्यार्थियों के बस्ते में नहीं होना चाहिए। कक्षा 1 और 2 के लिए गणित एवं भाषा विषय का शिक्षण तथा कक्षा 3 से 5 के लिए गणित एवं भाषा के साथ पर्यावरण अध्ययन विषय का शिक्षण कराने कहा गया है।
होमवर्क पर पाबंदी
प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाई के दौरान होमवर्क का मानसिक दबाव कम करने की दिशा में भी स्पष्ट दिशा निर्देश दिए गए हैं। प्राथमिक स्तर की कक्षाओं में कक्षा 1 और 2 के लिए होमवर्क न दिया जाए।
वर्कबुक कक्षा में ही रहेगी
निर्धारित वर्क बुक और शैक्षणिक संदर्भ सामग्री को कक्षा में रखने के निर्देश दिए हैं। यह भी कहा है कि बच्चों के मनोरंजन और खेलकूद को विद्यालयीन समय में पर्याप्त स्थान देना होगा।
यह तय किया बस्ते का वजन
कक्षा अधिकतम वजन
कक्षा 1 से 2 1.5 किलो
कक्षा 3 से 5 2 से 3 किलो
कक्षा 6 से 7 4 किलो
कक्षा 8 से 9 4.5 किलो
कक्षा 10 5 किलो

आदेश प्राप्त हुए हैं। सभी विद्यालयों को इनका पालन करना होगा। अब तय सीमा से ज्यादा वजन या आदेश के विरुद्ध स्कूलों द्वारा मनमानी की जाएगी तो उन पर कार्रवाई होगी।
– बीएस देशलहरा, डीईओ

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