बता दें कि कोलगवां थाना अंतर्गत शिवपुरवा गांव स्थित खनिज कारोबारी श्रवण पाठक के फार्म हाउस में तीन करोड़ रुपये की लूट के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पांच टीम गठित की है। सभी टीमों ने जांच शुरू भी कर दी है। फिलहाल पुलिस ने परिचितों को भी शक के आधार पर जांच के दायरे में लिया है।
पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव का कहना है कि साइबर सेल, कोलगवां थाना पुलिस सहित पांच टीमें इस पूरे मामले को सुलझाने में जुट गई है। पुलिस अधीक्षक खुद इस मामले की पॉइंट टू पॉइंट निगरानी कर रहे हैं। सबसे पहले उन स्थानों के सीसीटीवी कैमरे और वाहनों के गुजरने वाली जानकारी इकट्ठा की जा रही है जहां यह वारदात हुई है। हालांकि इसमें एक बड़ी दिक्कत ये है कि गांव में दूर-दूर तक कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। ऐसे में फिलवक्त गांव के बाहर शहर के रूट में लगे कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं। पूरे मामले में आयकर विभाग के आयुक्त जबलपुर को भी पुलिस ने प्रतिवेदन बनाकर सौंप दिया है जिसके बाद आयकर विभाग श्रवण पाठक के आय के स्रोत का पता लगाएगी।
बताया जा रहा है कि जिस तरह से फार्महाउस में बने घर में तीन करोड़ रुपए नकद और 3 किलो सोना रखा गया था वह भी संदेह के घेरे में आ गया है। किन हालातों में और क्यों इतनी बड़ी रकम घर में रखी गई यह बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। मौके पर दो चौकीदार तैनात थे जिसमें एक खेत की निगरानी कर रहा था जबकि मुख्य चौकीदार जिसका नाम बसंत कोल बताया जा रहा है वह फार्महाउस में बने घर की रखवाली कर रहा था। लुटेरों ने उसे ही बंधक बनाया था। पुलिस अब चौकीदारों से भी पूछताछ कर रही है।
पूरे घटनाक्रम और संदेहियों की धरपकड़ के लिए सुबह से ही पुलिस की टीमें गुरुवार को श्रवण पाठक के फार्म हाउस पहुंचकर जांच की। दोपहर तक पुलिस की तीन टीमों द्वारा खेत में काम करने वाले लोगों, श्रवण पाठक और आस-पास के लोगों से पूछताछ कर जानकारी इकट्ठा की है। बताया जा रहा है कि जिस तरह फॉर्म में लूट की वारदात हुई है उससे यह साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि फार्महाउस में रखे पैसे की जानकारी किसी को थी। यह लूट पूरी सुनियोजित तरीके से की गई है। जिसमें किसी करीबी का शामिल होना हो सकता है। पुलिस सर्वप्रथम श्रवण पाठक और उनके फर्म से जुड़े व नजदीकी लोगों की जानकारी इकट्ठा कर रही है।