जिलेभर के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों की ओपीडी (बाह्य रोग विभाग ) में अप्रैल 17 से जनवरी 18 तक 8 लाख 76 हजार 904 महिलाएं उपचार कराने पहुंचीं। इनमें 8 लाख 28 हजार 131 एलोपैथी और 48 हजार 373 महिलाओं ने आयुष ओपीडी में इलाज कराया। चिकित्सकों के परामर्श के बाद कराए गए स्वास्थ्य परीक्षण में 3 हजार 550 महिलाएं हाईपरटेंशन की शिकार मिली।
मसालेदार सामग्री का सेवन, शराब पीना, भोजन में नमक का अत्यधिक सेवन, अनियमित दिनचर्या, जंक-फूड खाने से भी हाईपरटेंशन के शिकार हो सकते हैं। एनीमिया कोई रोग नहीं है। सेहतमंद दिखाई दे रहे लोगों में भी कमी देखने को मिलती है। अधिक खून बहना, आहार में आयरनयुक्त चीजों का कम सेवन, आंतों का आयरन ग्रहण न कर पाना कारण हो सकते हैं।