जिपं सीईओ ने पिण्डरा गांव का दौरा किया तो स्व सहायता समूह काफी एक्टिव मिले। पूछताछ में दुग्ध उत्पादन की बात कही। जब इनकी कीमत का पता किया तो वह काफी कम मिली। इस पर जिपं सीईओ ने कहा कि आप लोग कम दरों पर दूध बेच रहे हैं। हम सांची से जल्द टाइअप करेंगे। इसके बाद आप सभी एक जगह दूध इकट्ठा कर लीजिएगा यहां आकर वे आपका दूध ले जाएंगे और आपको ज्यादा कीमत मिलेगी। इसके बाद समूह की महिलाओं से समस्याएं पूछीं तो बताया गया कि जननी सुरक्षा योजना का भुगतान बकाया है और नसबंदी का भी भुगतान नहीं हुआ है। जिपं सीईओ ने कहा कि पीसीओ भी ई-उपस्थिति जनपद सीईओ के यहां दर्ज कराएंगे।
समीक्षा बैठक में जिपं सीईओ एक-एक सचिव से योजनाओं की जानकारी ली रही थी। खड़ोरा सचिव गायत्री मिश्रा इस दौरान कोई भी जानकारी नहीं दे पाईं। इस परशो-कॉज जारी करवाया। खुटहा और कारीगोही के रोजगार सहायकों का कोई काम नहीं दिखा न ही वे कोई जानकारी दे सके। इस पर उन्हें मौके पर ही टर्मिनेट करने के आदेश दिए। करहिया सचिव सही तरीके से जानकारी नहीं दे सका तो कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। दो अन्य सचिव जिनका काम सही नहीं मिला उनकी एक-एक वेतन वृद्धि रोकेने के निर्देश दिए। इस दौरान 10 फीसदी से कम प्रगति वाले 24 के लगभग सचिव और जीआरएस का वेतन भुगतान रोक दिया।
बरौंधा में चेकडैम की जांच की तो घटिया मिला। शांतिधाम का भी काम घटिया मिला। इस पर उपयंत्री पर कार्रवाई के निर्देश दिए। कहा कि सही काम नहीं करोगे तो संविदा समाप्त कर दी जाएगी। कुआं का भी काम खराब मिलने पर जिम्मेदार पर कार्रवाई की बात कही।