सतना

आयकर छापाः कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा और भैया राजा को चुनाव आयोग का नोटिस

मुख्यमंत्री के करीबियों के यहां पड़े आयकर छापे से जुड़े तार प्रतीक जोशी के यहां से जब्त दस्तावेजों में चुनावी चंदे का मिला उल्लेख

सतनाMay 18, 2019 / 12:49 am

Ramashankar Sharma

Income Tax raid: Notice issued to two Congress candidate by EC

सतना. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश (सीईओ) ने कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा और शिवजीत सिंह भैया राजा को नोटिस जारी किया है। ये दोनों विधानसभा चुनाव 2018 में क्रमशः रैगांव और पन्ना विस सीट से प्रत्याशी थे। इन्हें कहा गया है कि चुनाव व्यय लेखा में गलत जानकारी देने के कारण क्यों न चुनाव लड़ने से निरर्हित कर दिया जाय। आयोग ने यह नोटिस अप्रैल माह में मुख्यमंत्री के करीबियों के यहां डाले गए छापे में जब्त दस्तावेजों में मिले लेन देन के सबूतों के आधार पर की है।
प्रतीयक के यहां छापे में मिले दस्तावेज

अप्रैल माह में आयकर विभाग ने मुख्यमंत्री के करीबी प्रतीक जोशी एवं ललित छल्लानी के यहां छापा डाला था। इस छापे के तार अब सतना और पन्ना जिले से जुड़ गए हैं। छापे में आयकर विभाग को चुनावी चंदे से जुड़े दस्तावेज मिले थे।चुनावी खर्चे से जुड़े इन दस्तावेजों में रैगांव विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहीं कल्पना वर्मा और पन्ना से कांग्रेस प्रत्याशी रहे शिवजीत सिहं भैया राजा का हिसाब मिला है। आयकर विभाग ने यह जानकारी चुनाव आयोग को दी। जिस पर आयोग ने कल्पना वर्मा के चुनाव व्यय का परीक्षण किया तो पाया कि कल्पना ने अपने चुनाव खर्च में इसका ब्यौरा नहीं दिया है। लिहाजा इस मामले में आयोग ने अब कल्पना वर्मा और भैया राजा को नोटिस जारी किया है। अगर संतुष्टि कारक जवाब नहीं मिलता है तो इन्हें चुनावों के लिए निर्रहित घोषित किया जा सकता है।
प्रतीक जोशी के यहां छापे में मिले दस्तावेज

मिली जानकारी के अनुसार अप्रैल माह में आयकर विभाग ने मुख्यमंत्री के ओएसडी के यहां दबिश दी थी। इस दौरान इनके भांजे प्रतीक जोशी के भोपाल स्थित प्लेटिनम प्लाजा में आवास पर दबिश दी थी। इस दौरान यह भी जानकारी सामने आई थी कि प्रवीण कक्कड़ इन्ही के माध्यम से डीलिंग करते थे। आयकर विभाग ने प्रतीक जोशी के यहां से कई दस्तावेज जब्त किए थे। इन दस्तावेजों की आयकर विभाग ने जब जांच की तो पाया कि इसमें रैगांव विस की कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा पन्ना और कांग्रेस प्रत्याशी रहे भैया राजा को दिये गए 10-10 लाख रुपये का हिसाब शामिल है। इसकी जानकारी आयकर विभाग ने भारत निर्वाचन आयोग को दी।
चुनाव आयोग ने व्यय लेखा जांचा

भारत निर्वाचन आयोग ने जब इस मामले की जांच की। छापे में मिले राशि के हिसाब की कल्पना वर्मा और भैया राजा द्वारा प्रस्तुत किये गए व्यय लेखे से मिलान पर पाया कि इस राशि के खर्च का कोई उल्लेख नहीं किया है।
कल्पना ने यह दिया था ब्यौरा

विधानसभा चुनाव 2018 में रैगांव से कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा ने जिला निर्वाचन अधिकारी को जो चुनाव व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत किया था उसमें उन्होंने कुल चुनाव खर्च 14,53,800 रुपये बताया था। जिसमें से 86 हजार रुपये अपनी निधि से खर्च करना बताया था। साथ ही पार्टी द्वारा 20 लाख रुपये की राशि मिलने का जिक्र किया था। इसमें प्रतीक जोशी के 10 लाख रुपये का कोई ब्यौरा नहीं था।
जारी किया गया नोटिस

आयकर विभाग की जांच में सामने आये सच और निर्वाचन व्यय लेखे में प्रत्याशी कल्पना वर्मा और भैया राजा के व्यय लेखे में इसका उल्लेख नहीं होने पर भारत निर्वाचन आयोग ने दोनों को नोटिस जारी कर दिया है। इसे लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 87 के तहत सभी व्यय लेखा प्रस्तुत नहीं करना माना है। साथ ही कहा है कि सभी लेखा दाखिल करने में विफल रहने पर क्यों न निरर्हित घोषित कर दिया जाए। इसके साथ ही प्रत्याशी से 20 दिन के अंदर इसका जवाब तलब किया गया है। साथ ही चेताया गया है कि अगर समय सीमा में जवाब नहीं दिया गया तीन साल के लिये निरर्हित कर दिया जाएगा।
कल्पना ने किया इंकार
चुनाव आयोग के नोटिस को लेकर कल्पना वर्मा ने कहा है कि उन्हें आयकर ने क्या जब्त किया उसकी कोई जानकारी नहीं है और न ही वे प्रतीक जोशी को जानती है। उसने कहां से कैसे मेरा नाम अपने हिसाब में लिखा इसकी भी जानकारी नहीं है। मैने अपना सही व्यय लेखा भरा है।
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