हुआ कुछ यूं कि नगर निगम का शव वाहन मुक्तिधाम पहुंचा। वाहन से दो कर्मचारी उतरे और पॉलीथिन में लिपटे शव को घसीटते हुए मुक्तिधाम के पीछे लगे कचरे के ढेर पर ले गए। वहां पहले से खुदे लगभग डेढ़ फिट गड्ढे में शव को रखकर ऊपर से कचरा भर दिया। इस अंतिम संस्कार में शामिल जिन लोगों ने निगम कर्मचारियों द्वारा शव दफनाने के इस दृश्य को दखा, उनके रोंगटे खड़े हो गए।
एक साल से कुछ ऐसा ही हो रहा
मुक्तिधाम में उपस्थित लोगों ने जब शव दफनाने पहुंचे निगम कर्मचारियों से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि धवारी मुक्तिधाम के पीछे एक साल से लावारिस लाशें दफनाई जा रही हैं। निगम प्रशासन मुक्तिधाम के पीछे कचरे के ढेर में एक फीट खहरे गड्ढे खोद दिए हैं। निगम कर्मचारी उन्हीं गड्ढों में लावारिस शवों को दफनाने की खानापूर्ति कर रहे हैं।
कुत्ते नोंच रहे शव
लोगों ने बताया कि कर्मचारियों द्वारा शव दफनाने के बाद आवारा कुत्ते कचरे में दबाए गए शव को नोंचते हैं। कई बार कुत्ते मुक्तिधाम में दफनाए गए शवों के अंग निकाल कर सड़क पर रख देते हैं। इससे स्थानीय लोगों में भय एवं निगम प्रशासन के प्रति आक्रोश पनप रहा है।