शहर के प्रमुख बाजार क्षेत्र हनुमान चौक, सुभाष चौक तथा बिहारी चौक में छत, पेड़ दुकान तथा छज्जे पर लटकते बंदरों के झुंड को देख लोग दहशत में आ जाते हैं। सड़क पर उछल-कूद करते बंदर लोगों पर झपट्टा मारकर उन्हें काट भी लेते हैं। मंगलवार को घर के बाहर खेल रही बच्ची पर हमले के बाद तो शहरवासियों में दहशत का माहौल है।
खंूखार हो रहे बंदर
बिहारी चौक के दुकानदारों ने बताया, बाजार क्षेत्र में बंदरों का आतंक दिनोंदिन बढ़ता जा रहा। भोजन न मिलने पर भूखे बंदर लोगों के साथ छीनाछपटी करते हैं। क्षेत्र में बंदरों का आतंक इतना है कि लोग एक मिनट के लिए भी घर के दरवाजे नहीं खोलते। लोगों का छतों पर जाना मुश्किल हो गया है। लोगों ने घर की खिड़की दरवाजों में जालियां लगवा रखी हंै।
हर माह 10-15 लोग हो रहे शिकार
निगम प्रशासन द्वारा बंदरों की धरपकड़ के कोई उपाय न करने से बाजार क्षेत्र में इनकी संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। संख्या बढऩे के साथ ही बंदरों का आतंक भी बढ़ता जा रहा। इसका अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि हर माह10से १५ व्यक्ति बंदरों के काटने से घायल होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। मामले की कई बार लिखित शिकायत नगर निगम अधिकारियों से की गई पर आज तक न तो नगर निगम ने खूंखार होते बंदरों को पकडऩे के कोई उपाय किए और न वन विभाग का अमला कोई कार्रवाई कर रहा है।